Exclusive: वित्तमंत्री बोलीं- भारतीय कंपनियों का औने-पौने दामों में अधिग्रहण नहीं होने देंगे
कोरोना महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए विदेशी निवेश पर भी भारत का जोर रहेगा. ZEE NEWS के सहयोगी चैनल WION के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वैश्विक निवेशकों को संदेश देते हुए कहा कि भारत कानून के शासन में विश्वास करता है.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Corona virus) से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए विदेशी निवेश पर भी भारत का जोर रहेगा.ZEE NEWS के सहयोगी चैनल WION के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वैश्विक निवेशकों को संदेश देते हुए कहा कि भारत कानून के शासन में विश्वास करता है. PM मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त, नीति-चालित दृष्टिकोण पर जोर दिया है. हम अधिक अनुकूल नीति पर काम कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा, ‘भारतीय बेहतर अवसरों की तलाश में विदेशों का रुख करते रहे हैं. लेकिन यदि हम भारत में एक अच्छा वातावरण बनाते हैं तो हमारे युवा देश में ही दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण अवसर पा सकते हैं. यह हमारे निवेशकों के लिए बिग ड्रॉ होना चाहिए. हमने युवाओं को भारत में रोके रखने के मामले में काफी सुधार किया है, लेकिन अभी हमें बहुत कुछ करना बाकी है’.
अधिग्रहण के सवाल पर, वित्तमंत्री ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भारतीय उद्योगों को औने-पौने दामों में न खरीदा जाए. महामारी से देश के चिकित्सीय ढांचे पर काफी दबाव निर्मित हो गया है. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के लिए और अधिक पैसा देंगे, न कि केवल पब्लिक हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर बल्कि प्राइवेट सेक्टर पर भी हमारा ध्यान रहेगा. हम हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना चाहते हैं, अधिक डॉक्टरों और नर्सों को प्रशिक्षित करने के लिए हमें अपनी क्षमताओं का विस्तार करना होगा’.
WION के कार्यकारी संपादक पलकी शर्मा (Palki Sharma) के एक सवाल के जवाब में वित्तमंत्री सीतारमण ने बताया कि इस मुश्किल दौर में उन्हें अपने परिवार से पूरा सहयोग मिला. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मेरा परिवार बहुत सपोर्टिव रहा है. मैं घर के बुजुर्गों को लेकर थोड़ी चिंतित थी. खासकर मुझे अधिक सावधानी बरतनी थी, लेकिन परिवार ने मिलजुल इस मुश्किल दौर का सामना किया है’.