UPSC Exam Syllabus: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सर्विस एग्जाम परीक्षा में सिलेक्शन का दावा करने वाले दो उम्मीदवारों के खिलाफ एक्शन लेने की योजना बना रहा है. सिविल सेवा एग्जाम के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए थे. यह मामला आयशा मध्य प्रदेश की मकरानी और हरियाणा के तुषार से जुड़ा है, जिन्होंने फर्जी तरीके से दावा किया है कि आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में असल में चुने गए उम्मीदवारों के दो रोल नंबर के खिलाफ चयन के लिए उनके नामों की सिफारिश की है.


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यूपीएससी ने शुक्रवार को कहा, 'दोनों लोगों के दावे झूठे हैं. उन्होंने अपने दावों को साबित करने के लिए जाली दस्तावेज बनाए हैं.' बयान में कहा गया, ऐसा करके मकरानी और तुषार दोनों ने सिविल सर्विस एग्जाम, 2022 के नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन किया है. बयान के मुताबिक, 'UPSC दोनों उम्मीदवारों की धोखाधड़ी को लेकर एक्शन लेने पर विचार कर रहा है. बयान के मुताबिक,यूपीएससी का सिस्टम मजबूत होने के साथ-साथ पूरी तरह चाक चौबंद है और ऐसी गलतियां मुमकिन नहीं हैं.'


'दस्तावेजों से की छेड़छाड़'


आयोग ने कहा कि यूपीएससी में सिलेक्शन का दावा करने वाली सलीमुद्दीन मकरानी की बेटी आयशा मकरानी ने दस्तावेजों से छेड़छाड़ की है. बयान में कहा गया कि आयशा मकरानी का असली रोल नंबर 7805064 है. उसने 5 जून 2022 को आयोजित प्री एग्जाम में हिस्सा लिया था और जनरल नॉलेज पेपर-एक में केवल 22.22 अंक और सामान्य अध्ययन पेपर-दो में 21.09 अंक हासिल किए.


यूपीएससी ने कहा,'नियमों के अनुसार, उसे पेपर- दो में कम से कम 66 अंक लाने थे. वह न केवल पेपर-दो में क्वालीफाई करने में नाकाम रही बल्कि पेपर-एक के कट-ऑफ मार्क्स से भी कम नंबर हासिल किए. कट-ऑफ मार्क्स साल 2022 के प्री-एग्जाम के लिए जनरल कैटेगरी के लिए 88.22 थे. इसलिए, आयशा मकरानी प्री एग्जाम में ही फेल हो गई.


यूपीएससी के मुताबिक, दूसरी ओर रोल नंबर 7811744 वाले नजीरुद्दीन की बेटी आयशा फातिमा वास्तविक उम्मीदवार हैं, जिन्होंने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा, 2022 के अंतिम नतीजों में 184वीं रैंक हासिल की है.


प्री-एग्जाम में ही फेल हो गया था तुषार


इसी तरह, हरियाणा के रेवाड़ी के बृजमोहन के बेटे तुषार ने 2022 के प्री-एग्जाम के लिए आवेदन किया था और इस एग्जाम के लिए उसे रोल नंबर 2208860 मिला था. वह प्री एग्जाम में शामिल हुआ और उसने सामान्य अध्ययन के पेपर-एक में माइनस 22.89 नंबर और सामान्य अध्ययन के पेपर-2 में 44.73 नंबर हासिल किए. नियमों के मुताबिक, उन्हें पेपर-दो में कम से कम 66 अंक लाने थे. इस तरह तुषार भी प्री-एग्जाम राउंड में ही फेल हो गया.


यूपीएससी ने कहा कि बिहार के रहने वाले अश्विनी कुमार सिंह के बेटे तुषार कुमार, जिनका रोल नंबर 1521306 है, वह असली उम्मीदवार हैं, जिन्होंने यूपीएससी एग्जाम में 44 वीं रैंक पाई है.


(इनपुट-पीटीआई)