प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तेलंगाना सरकार के पूर्व मंत्री और बीआरएस (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (KTR), सीनियर आईएएस अरविंद कुमार और एचएमडीए (HMDA) के पूर्व मुख्य अभियंता बीएलएन रेड्डी (BLN Reddy) के खिलाफ प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ECIR) दायर की है. ईडी का मामला धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत दर्ज हुआ है. यह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के 24 घंटे बाद ही दर्ज किया गया है.


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ईडी के सूत्रों ने मामले के दर्ज होने की पुष्टि की और खुलासा किया कि रामा राव को आरोपी नंबर 1 (ए-1), अरविंद कुमार को ए-2 और बीएलएन रेड्डी को ए-3 नाम दिया गया है. सूत्रों ने कहा कि एजेंसी दौड़ के आयोजन के लिए विदेशी कंपनी (यूके स्थित कंपनी फॉर्मूला-ई ऑपरेशंस लिमिटेड) को धन हस्तांतरित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी. उन्होंने कहा कि अंतिम लाभार्थी की पहचान करने और यह निर्धारित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा कि लाभार्थी खातों से अज्ञात व्यक्तियों को कोई लेनदेन हुआ था या नहीं.


कैसे बढ़ा मामला?


आपको बताते चलें कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पिछली सरकार के दौरान हैदराबाद में फॉर्मूला-ई रेस के आयोजन में अनियमितताओं को लेकर बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक केटी रामा राव (केटीआर) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने हाल ही में इस मुद्दा पर केटी रामा राव के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की अनुमति दी थी. भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत रामा राव और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था.


माना जा रहा है कि ईडी की जांच एसीबी जांच के समानांतर चलेगी. सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि ईडी जरूरत पड़ने पर रामा राव और दो अन्य आरोपियों के आवासों पर तलाशी या छापेमारी कर सकती है. एजेंसी आने वाले दिनों में तीनों आरोपियों को पेश होने के लिए नोटिस जारी कर सकती है. इसकी संभावना ने रामा राव और उनके समर्थकों के बीच चिंता बढ़ा दी है. इससे पहले शुक्रवार को ईडी ने एसीबी महानिदेशक को पत्र लिखकर रामा राव, अरविंद कुमार और बीएलएन रेड्डी के खिलाफ दर्ज एफआईआर की प्रति मांगी थी.


ईडी के पत्र में एफआईआर, शिकायत, एचएमडीए द्वारा विदेशी कंपनियों को हस्तांतरित धन का विवरण और समझौतों की प्रतियां मांगी गई थीं. सूत्रों ने बताया कि ईडी को शाम को एसीबी मुख्यालय से प्रतियां मिलीं और फिर रामा राव और दो अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.


केटीआर का इनकार


दूसरी ओर रामा राव, जिन्हें केटीआर के नाम से भी जाना जाता है, ने ऐसे गलत काम करने से आरोपों से इनकार किया था, उन्होंने कहा था कि- इसमें भ्रष्टाचार कहां है? हमने 55 करोड़ रुपये का भुगतान किया और उन्होंने (फॉर्मूला-ई) ने पेमेंट को स्वीकार किया है. ये एक सीधा ट्रांजैक्शन था. एसीबी मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए केटीआर ने कहा था, 'एचएमडीए (हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी) का इंडियन ओवरसीज बैंक में एक खाता है और उस खाते से पैसे ट्रांसफर किए गए हैं.'