तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुए. बुधवार को दिल्ली में आयोजित ये बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई थी. मंत्रिमंडल की इस बैठक में जी किशन रेड्डी के शामिल नहीं होने को लेकर कई प्रकार के कयास लगने लगे हैं. 


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हालांकि, पार्टी की तरफ से जी किशन रेड्डी की कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं होने के लिए कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन कुछ नेताओं का मानना है कि यह केंद्रीय कैबिनेट में संभावित फेरबदल से पहले मंत्रिमंडल से उनके बाहर निकलने का संकेत हो सकता है. 


केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री रेड्डी को मंगलवार को बीजेपी की तेलंगाना यूनिट का प्रमुख नियुक्त किया गया. उन्हें बंदी संजय कुमार की जगह ये जिम्मेदारी दी गई है. भारतीय जनता पार्टी में भी एक व्यक्ति-एक पद का नियम है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि रेड्डी को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है.


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रेड्डी के एक करीबी सूत्र ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि वह मंत्रिमंडल से इस्तीफा देंगे या नहीं. सूत्र ने कहा कि वह दशकों से पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं और पार्टी नेतृत्व उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेगा, वह उसका निर्वहन करेंगे. 


जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही केंद्रीय कैबिनेट में बड़े बदलाव कर सकते हैं. बीजेपी में संगठन के स्तर पर भी बदलाव भी हो रहे हैं. मंगलवार को बीजेपी ने तेलंगाना के अलावा तीन अन्य राज्यों में भी प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की. इस बात की प्रबल संभावना है कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जल्द ही पार्टी के संगठन में बड़े बदलाव कर सकते हैं.


सरकार और संगठन में हो रहे इन बदलावों को आगामी विधानसभा चुनावों और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, केंद्रीय मंत्रीमंडल में कब और कैसे बदलाव किए जाएंगे, इसे लेकर पार्टी की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई है.