Indian Security Forces: पूंछ में आतंकी हमले के बाद कश्मीर में होने वाले जी-20 सम्मेलन पर भी आतंकी खतरा मंडरा रहा है. इसे देखते हुए सेना के जवान बॉर्डर पर अलर्ट हैं. पाकिस्तान से सटे 200 किलोमीटर लंबे इंटरनेशनल बॉर्डर की चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है.


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सुरक्षा एजेंसियों के पास इस तरह के इनपुट लगातार आ रहे हैं कि बॉर्डर पार आतंकी संगठन आतंकी घुसपैठ करवाकर G-20 सम्मेलन में खलल डालना चाहते हैं.आतंकी खतरे के मद्देनजर बॉर्डर से लेकर घाटी तक आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेरने की पूरी तैयारी कर ली गई है.


पाकिस्तान से सटी जम्मू की 200 किलोमीटर लंबे इंटरनेशनल बॉर्डर पर बीएसएफ हाई अलर्ट मोड में है. बॉर्डर के चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है. आतंकियों की सारी साजिशों पर पानी फेरने के लिए बीएसएफ ने मल्टी लेयर सिक्योरिटी घेरा तैयार किया है.


जमीन से आसमान तक निगरानी


जमीन से लेकर आसमान तक बीएसएफ कड़ी निगरानी रख रही है. खास तौर पर संवेदनशील इलाकों में एनकाउंटर और पेट्रोलिंग की जा रही है. खास तौर पर संवेदनशील इलाकों में एंटी टनलिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. ड्रोन के खतरे को भांपते हुए पाकिस्तान से होने वाली ड्रोन की किसी भी मूवमेंट पर जवान नज़र रख रहे हैं और भारतीय सीमा में दाखिल होने वाली किसी भी ड्रोन एक्टिविटी पर गोली चलाने के आदेश दिए गए हैं.


वहीं G-20 और उसके ठीक बाद होने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के पास लगातार इनपुट आ रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक बॉर्डर पार मुजफ्फराबाद और साथ ही पीओके के इलाकों, जहां आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप मौजूद हैं, वहां आतंकी संगठनों हिजबुल मुजाहिद्दीन, लश्कर और जैश के कमांडरों के पाकिस्तानी सेना और ISI के अफसरों के साथ आतंकी हमला करवाने को लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं. सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, बॉर्डर पर लॉन्च पैड पर आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं . LoC से लेकर इंटरनेशनल बॉर्डर के कई इलाकों में ये लॉन्च पैड मौजूद हैं, जिसकी जानकारी सुरक्षा एजेंसियों के पास भी आ चुकी है. आतंकियों के इसी खतरे को भांपते हुए सुरक्षा के इंतजाम G-20 सम्मेलन को लेकर किए गए हैं.


कैसे हैं सुरक्षा के इंतजाम


खबरों के मुताबिक, G-20 के लिए स्पेशलाइज्ड फोर्सेज दिल्ली से पहले ही घाटी पहुंच चुकी हैं. इसके साथ ही एडिशनल पैरामिलिट्री फोर्सेज को भी G-20 की सुरक्षा में तैनात किया गया है. एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी G-20 की सुरक्षा में किया जा रहा है. G-20 में किसी तरह का खलल न पड़े उसके लिए सभी माइनोरिटी इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई है ताकि टारगेट किलिंग से बचा जा सके. कश्मीर पहुंची स्पेशलाइज्ड फोर्सेज और जम्मू कश्मीर पुलिस की इस समय उधमपुर में ट्रेनिंग चल रही है. G-20 की सुरक्षा की खास बात ये है कि सिक्योरिटी देने वाले सभी सुरक्षा कर्मी सादी वर्दी में तैनात रहने वाले हैं.