Jammu and Kashmir :  समारोह को संबोधित करते हुए एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, एक सदी में, एक दिव्य पुत्र जैसी शख्सियत सामने आती है. उनकी जड़ें बारामूला से गहराई से जुड़ी हुई थीं, जहां उन्होंने एक सेना अधिकारी के रूप में कार्य किया था. उनके सम्मान में एक स्टेडियम का प्रस्ताव स्थानीय समुदाय की ओर से आया, जो बारामूला के साथ रावत के गहरे संबंध को दर्शाता है. उनके निधन पर, बारामूला से बड़ी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए दिल्ली पहुंचे. बारामूला के लोगों को यह बता दें कि जिला विकास के लिए हमारे प्रयास जनरल रावत के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि हैं. 


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इस मौके पर सिन्हा ने मौसम को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि कश्मीर में इस समय शुष्क सर्दी बनी हुई है. मैं भगवान से बर्फ के लिए प्रार्थना करता हूं क्योंकि बिजली परियोजनाओं को चलाने के लिए बर्फबारी जरूरी है, अन्यथा वे निष्क्रिय हो जाएंगी. पर्यटन क्षेत्र को समृद्ध बनाए रखने के लिए बर्फबारी भी जरूरी है. 



एलजी ने कहा कि पिछले साल 13 लाख पर्यटक गुलमर्ग आए थे और वहां बर्फ एक प्रमुख आकर्षण रही है. उन्होंने कहा बारामूला जिले में छह नए जगहों को पर्यटन सूची में जोड़ा गया है, लेकिन बर्फ ना होने से पर्यटक दूर रहना पसंद करेंगे.



एलजी ने कहा कि ओबीसी के लिए आरक्षण पूरा होने के तुरंत बाद शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) और पंचायतों के चुनाव शुरू किए जाएंगे. उन्होंने कहा, “उस दिशा में काम चल रहा है और एक बार प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, यूएलबी और पंचायतों के लिए चुनाव होंगे.



उपराज्यपाल ने बारामूला के लोगों से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर झंडा ऊंचा रहे हमारा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाग लेने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ''मैं चाहता हूं कि बारामूला का आसमान तिरंगे से भर जाए.


 


समारोह के मौके पर 15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, "यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि स्टेडियम का नाम जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा गया है। यहां युवाओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा. कश्मीर के मौजूदा हालात पर बोलते हुए उन्होंने कहा, ''कश्मीर के मौजूदा हालात अच्छे हैं, लेकिन मंज़िल तक पहुंचने के लिए अभी भी कुछ दूरी तय करनी है.


 


युवाओं का भविष्य उज्ज्वल है क्योंकि कश्मीर प्रगति कर रहा है और अच्छे दिन आने वाले हैं और सेना जम्मू-कश्मीर में नार्को-आतंकवाद से निपटने के लिए प्रशासन और पुलिस के साथ पूरी तरह से शामिल है, जो जम्मू-कश्मीर में युवाओं के भविष्य को नष्ट कर रहा है. 


 


देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की दूसरी पुण्य तिथि पर उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के जांबाज़पोरा इलाके में स्थित झेलम स्टेडियम का नाम बदलकर 'जनरल बिपिन रावत स्टेडियम' कर दिया गया.