नई दिल्‍ली : कांग्रेस का उत्‍तर प्रदेश प्रभारी बनने के चंद दिनों बाद ही कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद गुरुवार से प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरे का मकसद वर्ष 2017 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की कार्ययोजना बनाना है। आजाद आगे की रणनीति पर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ दो दिवसीय विचार मंथन के लिए आज लखनऊ जाएंगे। वह पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार पेश करेगी।


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आजाद ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वह महिला कांग्रेस और युवक कांग्रेस जैसे संगठनों के प्रमुखों से मिलेंगे। वह गुरुवार को लखनऊ के गांधी प्रेक्षागृह में राज्य के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों, वर्तमान एवं पूर्व सांसदों, विधायकों, जिला कांग्रेस अध्यक्षों, प्रवक्ताओं और अन्य प्रमुख नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। आजाद ने यहां कहा कि मैं उनके साथ सामूहिक रूप से मिलूंगा और सत्रों में उनके विचार सुनूंगा। विधानसभा चुनावों के लिए कार्ययोजना बनाने लिए उनकी जानकारी का उपयोग करूंगा। उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता राज्य में पार्टी के ढांचे को मजबूत बनाना है ताकि हम अधिकतम संख्या में विधानसभा की सीटें जीत सकें। आजाद ने पार्टी की राज्य इकाई में फेरबदल के भी संकेत दिए।


इससे पहले, उत्तर प्रदेश के पार्टी मामलों के नये प्रभारी कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने उम्मीद जताई कि अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली के बाहर चुनाव प्रचार करेंगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मुझे उम्मीद है कि वह अपने पास उपलब्ध समय के हिसाब से कुछ अन्य स्थानों पर भी प्रचार करेंगी। आजाद से पूछा गया था कि अमेठी और रायबरेली संसदीय क्षेत्रों के विधानसभा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहीं प्रियंका पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को मदद पहुंचाने के लिए बाहर भी प्रचार करेंगी।


गौर हो कि उत्तर प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को महज दो सीटें मिली थीं, सोनिया गांधी और राहुल गांधी अपनी पारंपरिक सीटें क्रमश: राय बरेली और अमेठी से विजयी रहे थे।