पणजी: गोवा के नए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार सुबह अपने पूर्ववर्ती दिवंगत मनोहर पर्रिकर के परिजनों से शिष्टाचार भेंटकर कार्यभार संभाल लिया. उन्हें बुधवार को बहुमत परीक्षण साबित करना होगा. बीजेपी ने 21 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. सावंत ने कुर्सी संभालने के बाद अपने दोस्तों और कार्यकर्ताओं से बुके न देने का आग्रह किया है.


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राज्य सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचने से पहले, वह पर्रिकर के आवास पहुंचे और उनके बेटे उत्पल व अभिजात से मुलाकात की. सावंत (45) ने सोमवार रात दो बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. सावंत ने पर्रिकर के आवास के बाहर पत्रकारों से कहा, "पर्रिकर के बेटे उत्पल और अभिजात मेरे दोस्त हैं. मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद यह मेरा कर्तव्य है कि मैं उनसे मुलाकात करूं." सावंत ने कहा, "पर्रिकर मेरे राजनीतिक आदर्श और गुरु थे. वह मेरे लिए पिता समान रहे हैं मैं उनकी वजह से ही विधायक, विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री बन सका."


सावंत ने कार्यकर्ताओं से कहा - मुझे बुके ने दें
नवनियुक्त मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य में शोक की घोषणा होने के चलते अपने दोस्तों और कार्यकर्ताओं से बुके न देने का आग्रह किया. यह फैसला उन्होंने दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के प्रति अपना सम्मान प्रकट करने के लिए किया जिन्हें वह अपना आदर्श और मार्गदर्शक मानते थे. 63 वर्षीय पर्रिकर का रविवार की शाम निधन हो गया था. राज्य में सात दिन का अवकाश घोषित किया गया है. 


अपनी एक फेसबुक पोस्ट में सावंत ने लिखा, " मैंने अपने आदर्श एवं मार्गदर्शक मनोहर भाई के प्रति अपनी नम्रता और कृतज्ञता प्रदर्शित करने के लिए मुख्यमंत्री के तौर पर प्रभार लिया है. हालांकि, राज्य में शोक जारी रहेगा, इसलिए मैं अपने सभी दोस्तों, कार्यकर्ताओं और परिवार के सदस्यों से अपील करता हूं कि वे मुझे बुके और शुभकामनाएं देने से परहेज करें. सावंत ने कहा कि उनका उद्देश्य पर्रिकर के नेतृत्व वाले अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करना है. 


 



उन्होंने साफ कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य समाज में अंतिम पंक्ति पर खड़े अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाना है. सरकार की हर स्कीम उस तक पहुंचना है. इससे अपने आप सामजिक और आर्थिक विकास होगा. सावंत की पत्नी सुलक्षणा सावंत गोवा बीजेपी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं. उन्होंने अपने बयान में कहा, "हमारे लिए पार्टी से पहले देश आता है. यही वह पहला सिद्धांत है जिसे हमारे संगठन आरएसएस में पढ़ाया जाता है."


गोवा विधानसभा में कुल 40 सीटें है. चार सीटें फिलहाल रिक्त हैं. तीन सीटों पर 23 अप्रैल को उपचुनाव होने हैं. इस समय 36 विधायक है. फिलहाव बीजेपी के पास 12 विधायक हैं. कांग्रेस के पास 15 विधायक हैं.