UP: खुद नाव चलाकर स्कूल पढ़ने जाती है ये 15 साल की लड़की, जानिए पूरी कहानी
कोरोना में स्कूल बंद हो गया. ऑनलाइन क्लास करने के लिए मोबाइल नहीं था. जब स्कूल खुलने की खबर मिली तो बाढ़ के पानी में रोज खुद नाव चलाकर स्कूल जाती है 11वीं में पढ़ने वाली ये लड़की.
गोरखपुर: कहते हैं पढ़ने के लिए बस लगन होनी चाहिए, रास्ते तो खुद निकल ही जाते हैं. इस बात को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की एक 11वीं क्लास में पढ़ने वाली लड़की ने साबित किया है. इस 15 साल की लड़की की कहानी आपको झकझोर कर रख देगी. यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) जिले में कई इलाकों में इन दिनों बाढ़ (Flood) का संकट है, फिर भी यहां की एक लड़की रोज खुद नाव (boat) चलकर स्कूल पढ़ने जाती है. यूनिफोर्म पहने नाव चलाती इस लड़की की तस्वीरें सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हैं.
जानकारी के मुताबिक इस साहसी लड़की का नाम संध्या साहनी है. और ये गोरखपुर के बहरामपुर की पास एक गांव में रहती है. इन दिनों उस इलाके में बाढ़ की वजह से पानी भरा हुआ है. ऐसे में जहां लोगों का घर से निकालना मुश्किल है वहीं संध्या खुद नाव चलाकर स्कूल पढ़ने जाती हैं. लड़की के इस जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है. उसकी नाव चलाने की तस्वीरें और वीडियो इन दिनों काफी वायरल हैं. संध्या बताती हैं कि उन्होंने नाव चलाना 6 साल पहले सीख लिया था, लेकिन वो अब इसका इस्तेमाल कर रही हैं.
ऑनलाइन क्लास के लिए नहीं है मोबाइल
संध्या एडी राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में 11वीं क्लास में पढ़ती हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना के समय स्कूल बंद हो गया था, जिससे उनकी पढ़ाई रुक गई थी. उनके पास मोबाइल नहीं था इस वजह से वे ऑनलाइन क्लास भी नहीं कर पाई. जब सरकार के फैसले के बाद स्कूल खोलने की खबर आई तो उनके गांव के आसपास बाढ़ आ गई थी. लेकिन संध्या ने हार नहीं मानी और नाव चलाकर स्कूल जाने का फैसला किया.
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घर में भी भर गया है पानी
संध्या के गांव में बाढ़ का पानी घरों में भर गया है, जिस वजह से उनका परिवार छत पर ही रह रहा है. वे बताती हैं कि घर पर खाना भी छत पर ही बनता है. संध्या के पिता दिलीप साहनी कारपेंटर का काम करते हैं. उनके चार बच्चे हैं. दिलीप बताते है कि संध्या पढ़ने में बहुत अच्छी है और वो रेलवे में नौकरी करना चाहती है. संध्या को रोज स्कूल जाने के लिए 20 मिनट तक नाव चलानी पड़ती है. इस लड़की के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है.