नई दिल्ली : सरकार ने आज कहा कि वह विभिन्न आरोपों का सामना कर रहे ललित मोदी और विजय माल्या को वापस भारत लाने के लिए प्रतिबद्ध है।


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एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया गया कि ललित मोदी और विजय माल्या को वापस भारत लाने संबंधी दो मामलों पर भारत सरकार और ब्रिटेन के बीच बातचीत हुई और ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे की हालिया भारत यात्रा के दौरान जारी संयुक्त बयान में इसका जिक्र भी हुआ।


बयान के अनुसार, इस बात पर सहमति बनी है कि सीमाओं की एकता और आव्रजन प्रणालियों की रक्षा के लिए सहयोग की खातिर सरल एवं प्रभावी वीजा प्रणाली पर निर्भरता महत्वपूर्ण है। इसमें वांछित व्यक्तियों को उनके मूल देश के कानून के अनुसार, मूल देश में समय पर वापसी सुनिश्चित करना शामिल है। 


संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों प्रधानमंत्रियों ने परस्पर कानूनी सहायता संधि के तहत सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता जाहिर की। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि भगोड़े और अपरोधियों को कानून से बचने नहीं दिया जाएगा।


दोनों मामलों का जिक्र करते हुए सुषमा ने यह भी कहा कि कानून एजेंसियों के अधिकारी पीएमएलए और ब्रिटेन के साथ हुई परस्पर कानूनी सहायता संधि के सामयिक प्रावधानों के तहत उपलब्ध अन्य कदमों पर भी विचार कर रहे हैं ताकि वांछितों को वापस भारत लाया जा सके।