Gujarat: कोरोना मरीज की मौत के बाद परिजन नहीं चुका पाए बिल, अस्पताल ने नहीं दिया शव; जब्त की कार
कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण के बीच देशभर से कई झकझोर देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं. गुजरात के वापी में एक प्राइवेट अस्पताल ने बिल ना चुकाने पर कोरोना पॉजिटिव मृतक का शव देने से मना कर दिया.
वलसाड (गुजरात): भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर पहले की तुलना में अधिक संक्रामक और घातक साबित हो रही है. इस कारण देशभर में संक्रमितों की संख्या और मौत के आंकड़ें में लगातार वृद्धि हो रही है और अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं. इस बीच देशभर से कई झकझोर देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसा ही एक मामला गुजराज से आया है, जहां एक प्राइवेट अस्पताल ने बिल ना चुकाने पर कोरोना पॉजिटिव मृतक का शव देने से मना कर दिया.
इलाज के दौरान हो गई थी मरीज की मौत
हमारी सहयोगी वेबसाइट Zee News इंगलिश की रिपोर्टों के अनुसार, कोविड-19 (Covid-19) के लक्षण दिखने के बाद पीड़ित को करीब एक हफ्ते पहले गुजरात के वापी जिले में 21st सेंचुरी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. हॉस्पिटल में मरीज का इलाज चल रहा था, लेकिन दुर्भाग्य से मंगलवार (13 अप्रैल) को वह कोरोनो वायरस से लड़ाई हार गए और उनकी मौत हो गई.
अस्पताल ने शव देने से किया इनकार
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि अस्पताल ने शव लेने से पहले बकाया बिल चुकाने की बात कही. जब मृतक के परिजनों ने कहा कि पैसों का इंतजाम कर रहे हैं, तब तक शव का अंतिम संस्कार कर लेने दे. तब अस्पताल प्रबंधन ने गारंटी के तौर पर उनकी कार रखने की बात कही.
पुलिस एक्शन के बाद अस्पताल ने वापस की कार
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची और मामले की छानबीन की. पुलिस की पूछताछ के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पीड़ित परिवार को कार वापस कर दी. इसके साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मृतक का शव श्मशान गृह तक भी पहुंचाया.
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