अहमदाबाद : गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता शंकरसिंह वाघेला ने शुक्रवार को कहा, 'मैं अपने आप को कांग्रेस से मुक्त करता हूं लेकिन मैं किसी पार्टी में नहीं जाऊंगा. उन्होंने कहा, 'मैं कुछ दिन पहले सोनिया जी से मिला था. मैंने उनसे कहा था मैं बीजेपी में शामिल होकर आपका विश्वास नहीं तोड़ूंगा.' अपने 77वें जन्मदिन पर समर्थकों की सभा के दौरान उन्होंने यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुझे 24 घंटे पहले ही निकाल दिया था ये सोचकर कि ना जाने मैं क्या कहता. गौरतलब है कि उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थीं. बता दें कि  राष्ट्रपति चुनाव 2017 में कांग्रेस द्वारा अपना पूर्ण-शक्ति प्रदर्शन नहीं कर पाने के बाद वाघेला की यह घोषणा आई है. कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार को राज्य से महज 49 मत मिले जबकि राज्य विधानसभा में पार्टी के 57 विधायक हैं.



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राहुल-सोनिया के साथ मीटिंग में नहीं निकाल नतीजा


मीडिया की खबरों के मुताबिक वाघेला चाहते हैं कि गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी उन्हें सीएम उम्मीदवार घोषित करे. वाघेला कह रहे थे कि यदि उन्हें विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत किया गया तो कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृहराज्य में उनका प्रभावी तरीके से मुकाबला कर सकेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने उनकी यह मांग नहीं मानी है.वाघेला की राहुल और सोनिया के साथ हुई पिछली मीटिंग में भी उनकी मांग पूरी नहीं हुई. 


पार्टी आलाकमान को पुराने कांग्रेसी नेताओं के नाराज होने का डर


सोनिया के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने उन्हें यह मैसेज दिया कि उनको सीएम उम्मीदवार बनाने से पार्टी के मूल कांग्रेसी नेता नाराज हो सकते हैं जिनमें शामिल राज्य पार्टी अध्यक्ष भारत सिंह सोलंकी, शक्तिसिंह गोहिल और अर्जुन मोधवाडिया शामिल हैं. बता दें करीब 17 साल पहले वाघेला बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हो गए थे.