गुजरात: मुलभूत सुविधाओं के मोहताज ग्रामीणों ने डायनासोर म्यूजियम का किया विरोध
रैयोली गांव के लोगों ने कलेक्टर को आवेदन पत्र देकर हाल में बने डायनासोर म्यूजियम का विरोध किया है.
गांधीनगर: गुजरात के महिसागर में बालासिनोर के रैयोली गांव के लोगों ने कलेक्टर को आवेदन पत्र देकर गांव में बने विश्व के तीसरे नंबर का और भारत में प्रथम अवल नंबर में आने वाले डायनासोर पार्क और हाल में बने डायनासोर म्यूजियम का विरोध किया है.
दरअसल ग्रामीणों का कहना है कि गुजरात सरकार ने गांव के बिजली पानी की समस्या पर पिछले 15 साल से कोई काम नहीं किया है. गांव में पानी के साथ साथ बिजली की भी बड़ी समस्या है. रात के समय में गांव शमशान जैसा नजर आता है. ऐसे में सरकार द्वारा गांव में डायनासोर म्यूजियम के लिया 6.5 करोड़ का खर्च किया गया है.
आपको बता दें कि गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा इस म्यूजियम को सैलानियों के लिए खोलने के समय म्युजियम को और बेहतर बनाने के लिए 10 करोड़ का फण्ड देने का ऐलान किया था. उसके बाद से ही गांव वाले गुस्से में है.
गांव वालों का कहना है कि उन्होंने कई बार गांव के विकास के लिए आवेदन किया है. इसके अलावा गांधीनगर के कई उच्च अधिकारियों को भी इसके बारे में शिकायत की है. लेकिन फिर भी गांव के विकास के लिए कुछ नहीं किया गया है.
गांव के कई परिवारों ने डायनासोर पार्क के लिए अपनी जमीनें भी दे दी थी. लेकिन इसके बाद सिर्फ डायनासोर पार्क और म्यूजियम का विकास हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि अबकी बार गांव में विकास का कार्य शुरू नहीं हुआ प्रदर्शन के साथ आमरण अनशन भी किया जाएगा.