ज्ञानवापी केस: मरी मछलियों की बदबू आ रही..वजुखाने में गंदगी, सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दायर
Gyanvapi Case: ज्ञानवापी परिसर में सीलबंद किए गए शिवलिंग जैसी संरचना वाले क्षेत्र की सफाई को लेकर हिंदू पक्ष ने SC में याचिका दायर की है. हिंदू पक्ष का कहना है कि मुस्लिम पक्ष इस वजह को वजुखाने की तरह इस्तेमाल करता रहा है.
Petition Filed By Hindu Side: ज्ञानवापी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक और अर्जी दाखिल की गई है. हिंदू पक्ष की तरफ से दाखिल अर्जी ने सील एरिया की सफाई की मांग की गई है. हिंदू पक्ष ने कथित शिवलिंग वाले सील वजूखाने की सफाई कराने की मांग की है. हिंदू पक्ष का कहना है कि वजूखाने में मछलियों की मौत के बाद गंदगी फैल गई है. मामले में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन की तरफ से यह याचिका दायर की गई है. याचिका में यह भी मांग है कि साफ-सफाई के लिए जिलाधिकारी वाराणसी को निर्देशित किया जाए. साथ ही यह भी कहा गया है कि कोर्ट एक उचित आदेश पारित करे ताकि दो पक्षों के बीच शांति बनी रहे.
हिंदू पक्ष ने SC में याचिका दायर की
असल में ज्ञानवापी परिसर में सीलबंद किए गए शिवलिंग जैसी संरचना वाले क्षेत्र की सफाई को लेकर हिंदू पक्ष ने SC में याचिका दायर की है. हिंदू पक्ष का कहना है कि मुस्लिम पक्ष इस वजह को वजुखाने की तरह इस्तेमाल करता रहा है. मुस्लिम पक्ष ने वहां मौजूद वाटर टैंक से मछलियां हटाये जाने का विरोध किया. कहा गया कि सीलबंद होने की वजह से वहां मौजूद वाटर टैंक में मछलिया मर गई हैं. जानकारी के मुताबिक याचिका में दावा किया गया है कि चूंकि वहां शिवलिंग मौजूद है जो हिंदुओं के लिए पवित्र है, इसलिए शिवलिंग के आस-पास गंदगी न हो इसके लिए उचित व्यवस्था की जाए.
क्या कहा गया है?
इसके साथ ही साथ याचिका में यह भी दावा किया है कि मौके पर बहुत दिन से साफ-सफाई नहीं की गई है. पानी की टंकी में मछलियां मर गई हैं, इसकी वजह से कारण दुर्गंध आ रही है. याचिकाकर्ताओं का यह भी तर्क है कि अगर अंजुमन इंतजामिया कमेटी ने मछलियों को स्थानांतरित करने के जिला मजिस्ट्रेट के अनुरोध पर पहले ही ध्यान दिया होता तो स्थिति से बचा जा सकता था. फिलहाल अब देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या रुख अपनाता है.
कल का दिन बेहद अहम है
वहीं ज्ञानवापी केस में कल का दिन बेहद अहम है. मुस्लिम पक्ष की प्रार्थना पत्र पर जिला जज की अदालत में सुनवाई होगी. मुस्लिम पक्ष ने सर्वे की स्टडी रिपोर्ट सार्वजनिक न करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. 18 दिसंबर को ASI ने कोर्ट के समक्ष स्टडी रिपोर्ट सौंपा था. ASI ने सील बंद लिफाफे में सौंपा था सर्वे की स्टडी रिपोर्ट, चार भागों में ASI ने सर्वे की स्टडी रिपोर्ट कोर्ट में पेश किया था. ASI की स्टडी रिपोर्ट से ज्ञानवापी मस्जिद की सच्चाई सामने आएगी. वजुखाने को छोड़कर सम्पूर्ण ज्ञानवापी परिसर का ASI सर्वे हुआ था. ज्ञानवापी परिसर में 100 दिन से अधिक ASI सर्वे चला था.