Gyanvapi Mosque Survey Third Day: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में आज (सोमवार को) सुबह ठीक 8 बजे वादी (हिंदू पक्ष) और प्रतिवादी (मुस्लिम पक्ष) के लोग कोर्ट कमिश्नर के साथ ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) परिसर में अंदर गए. आज के सर्वे में सबसे महत्त्वपूर्ण स्थान वो तलाब था, जिसे मुस्लिम पक्ष के लोग वुजू करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. वुजू यानी वो जगह जहां नमाज (Namaz) पढ़ने से पहले हाथ-पैर धोए जाते हैं. सबसे पहले इस जगह के पूरे पानी को खाली कराया गया.


शिवलिंग का ऊपरी हिस्सा दिखाई दिया


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हिंदू पक्ष का दावा है कि जैसे ही पानी हटा, वहां शिवलिंग का ऊपरी हिस्सा दिखाई देना शुरू हो गया. हालांकि तालाब के नीचे एक दीवार भी थी, जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि एक दरवाजा वहां हुआ करता था, जिसे अब बंद कर दिया गया है. इसी शिवलिंग के ऊपरी हिस्से को देखकर याचिकाकर्ता सोहनलाल ने कहा है कि बाबा दिख गए.


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हिंदू पक्ष ने किया ये दावा


अब हिंदू पक्ष का दावा है कि जल्द ही एक प्रार्थनापत्र कोर्ट में दिया जाएगा, जिसमें वुजू के नीचे दिखी इस दीवार को तोड़कर साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए अनुमति ली जाएगी. हिंदू पक्ष का दावा है कि इस दीवार के नीचे एक तहखाना है जिसमें मंदिर से जुड़े शिलालेख और दूसरे कई साक्ष्य मौजूद हैं. इसके साथ ही कोर्ट में एक एप्लीकेशन दी जा चुकी है जिसमें अभी तक मिले तमाम साक्ष्यों को सुरक्षित रखने की बात कही गई है. हालांकि मुस्लिम पक्ष का दावा है कि वुजू की जगह पर कोई भी शिवलिंग जैसी चीज दिखाई नहीं दी है.


17 मई को कोर्ट में सबमिट करनी है रिपोर्ट


जान लें कि अब इस रिपोर्ट को कोर्ट कमिश्नर को 17 मई को कोर्ट में सबमिट करना है. कोर्ट सुबह 10.30 बजे खुलेगा. रिपोर्ट सबमिट करने का वक्त दोपहर 12.30 बजे का है लेकिन अगर इतने महत्त्वपूर्ण मामले से जुड़ी रिपोर्ट को बनने में वक्त लगता है तो कोर्ट से थोड़ा वक्त और मांगा जा सकता है.


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