Hamas And Israel: इजरायल हमास संघर्ष के बीच भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि अब समय आ गया है कि भारत में भी हमास को आधिकारिक तौर पर एक आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए. उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया पहले ही ऐसा कर चुके हैं और मुझे लगता है कि यह सही समय है. उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बंधकों को रिहा करने के लिए हमास पर दबाव बनाना होगा. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा है कि पीएम मोदी इस संघर्ष पर स्पष्ट बयान देने वाले दुनिया के शुरुआती नेताओं में से एक थे. आइए समझते हैं कि हमास को भारत द्वारा आतंकी संगठन घोषित करने की मांग क्यों की जा रही है.


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इजरायल-फिलिस्तीन को लेकर भारत स्पष्ट
दरअसल, जहां तक फिलिस्तीन की बात है तो भारत के फिलिस्तीन से अच्छे संबंध रहे हैं. हाल के समय में इजरायल से भी भारत की नजदीकी बढ़ी है. इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच संघर्ष को हल करने के लिए कई देशों और नेताओं का घोषित लक्ष्य 'दो राष्ट्र समाधान' रहा है. भारत भी इसी का पक्षधर रहा है. दो राष्ट्र समधान के तहत फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने की बात है. लेकिन इन सबके बीच हमास का मामला बहुत ही पेचीदा. हमास लगातार आतंकियों की तरह व्यवहार कर रहा है लेकिन उसका दावा है कि वह फिलिस्तीन के हक की बात कर रहा है.


क्या हमास आतंकी संगठन है?
भारत की यह नीति रही है कि वह फिलिस्तीन के हितों के लिए पारंपरिक रूप से मजबूत समर्थन देता रहेगा लेकिन वह इजरायल साथ भी अच्छे संबंधों को बरकरार रखेगा. हमास द्वारा किए गए हमले के बाद पीएम मोदी ने साफ शब्दों में इस हमले की निंदा की थी. मोदी ने जो बयान दिया था वो ये दिखाता है कि भारत किसी आतंकी हमले की स्थिति में इजरायल के साथ खड़ा है. इसका मतलब यह भी हो सकता है कि भारत हमास के अस्तित्व को ज्यादा दिन तक नहीं देख रहा है. वैसे भी अमेरिका समेत कई देश स्पष्ट कर चुके हैं कि हमास आतंकी संगठन है.


इजरायल ने दोहराई अपनी मांग
फिलहाल भारत में इजरायली राजदूत ने एक बार फिर हमास के खिलाफ आतकंवाद-रोधी अभियानों में इजराइल का “100 प्रतिशत” समर्थन करने के लिए भारत के प्रति आभार भी प्रकट किया है. गिलोन ने कहा कि इजरायल ने सात अक्टूबर को हुए बर्बर हमले के बाद संबंधित भारतीय प्राधिकारियों से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने का आग्रह किया है. इसके साथ ही, उन्होंने संकेत दिया कि इस मामले को पहले भी उठाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि भारत के लिए यही समय है कि वह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे.


'आतंक पर हमारी साझी चिंताएं हैं'
राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि हमने संबंधित अधिकारियों से भी बात की है. यह पहली बार नहीं है जब हम इस बारे में बात कर रहे हैं. हम एक-दूसरे की आतंकी धमकियों की समस्याओं को समझते हैं. मुझे लगता है यह एक स्वाभाविक बात है. यह ऐसा कुछ नहीं है कि हम दबाव डाल रहे हैं. हम पूछ रहे हैं क्योंकि मुझे लगता है कि आतंक पर हमारी साझी चिंताएं हैं. हम अभी भी बातचीत कर रहे हैं, यह एक दोस्ताना बातचीत है. हमारे बीच किसी भी बात पर लड़ाई नहीं है.