UP News: `जहां एग्जाम से पहले उत्तर पता चल जाए, उसे UP कहते हैं`, शशि थरूर के जोक पर मोदी के मंत्री का करारा वार
Hardeep Singh Puri vs Shashi Tharoor: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आज सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके यूपी का मजाक उड़ाया. इससे भड़के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह ने ऐसा पलटवार कर दिया कि कांग्रेस नेता की बोलती बंद हो गई.
Hardeep Singh Puri vs Shashi Tharoor on UP: नीट पेपर लीक के बाद कांग्रेस नेता मोदी सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. पार्टी सांसद शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर यूपी से जुड़ी एक पोस्ट को शेयर करके यूपी की योगी सरकार पर तंज कसा तो केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी पलटवार करने में पीछे नहीं रहे. उन्होंने ट्वीट करके लिखा, 'सच में, शशि थरूर, क्या आप इस चर्चा को इसी स्तर पर ले जाना चाहते हैं? उत्तर प्रदेश न केवल हमारी सभ्यता में अपने योगदान के लिए जाना जाता है, बल्कि इसने असंख्य साहित्यिक दिग्गज, राजनीतिक दिग्गज और उपलब्धियां भी पैदा की हैं.'
गंभीर आत्ममंथन की जरूरत है मेरे दोस्त!
हरदीप सिंह पुरी ने आगे लिखा, 'विडंबना ये है कि यह उस प्रथम परिवार का भी घर है, जिसके प्रति सभी कांग्रेस नेता श्रद्धा व्यक्त करते हैं. सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने का विशेषाधिकार होने के बावजूद, मुझे आश्चर्य है कि आपने पूरे राज्य को इस तरह से रूढ़िवादी, तुच्छ और व्यंग्यपूर्ण बनाना चुना. गंभीर आत्ममंथन की जरूरत है मेरे दोस्त.'
क्या शेयर किया था थरूर ने?
असल में शशि थरूर ने एक मजाकिया सवाल-जवाब की पोस्ट शेयर की थी. जिसमें सवाल था कि उत्तर प्रदेश किसे कहते हैं. इसके जवाब में लिखा गया था कि वह प्रदेश जहां परीक्षा से पहले उत्तर का पता चल जाता है, उसे उत्तर प्रदेश कहते हैं. इस पोस्ट पर शशि थरूर ने कमेंट करते हुए लिखा, 'शानदार! #परीक्षापेचार्चा'
समर्थक कर रहे पुरी की वाहवाही
शशि थरूर की यह तंज भरी पोस्ट हरदीप सिंह पुरी को पसंद नहीं आई और उन्होंने सभ्य शब्दों में उन्हें आइना दिखाने में देर नहीं की. उन्होंने अपनी जवाबी पोस्ट में उन्हें न केवल यूपी की समृद्ध विरासत के बारे में बताया बल्कि थरूर को यह भी याद दिलाया कि यूपी कांग्रेस के प्रथम परिवार यानी कि गांधी परिवार का भी गृह प्रदेश है. पुरी के इस जवाब को उनके कई समर्थक नहले पर दहला भी करार दे रहे हैं.
पेपर लीक के आरोपों से दबाव में सरकार
बताते चलें कि नीट पेपर लीक के बाद यूजीसी नेट के प्रश्न पत्रों में भी कथित लीक के आरोपों से मोदी सरकार दबाव में है. कई जगह छात्र-छात्रा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो उधर विपक्ष भी सरकार पर निशाना साधने से नहीं चूक रहा है. चारों ओर से पड़ रहे दबाव को देखते हुए सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. सीबीआई ने केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है. दो टीमें गोधरा और पटना भेजी जा रही हैं, जो वहां पर जाकर सबूतों को इकट्ठा करेंगी.