Haryana Political Crisis: एक दिन पहले ही द्वारका एक्सप्रे-वे के उद्घाटन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने तारीफ की और 24 घंटे बाद ही मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया है. आखिर अचानक ऐसा क्या हो गया कि हरियाणा में मुख्यमंत्री पद से मनोहर लाल खट्टर की छुट्टी हो गई है. सीएम मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद अब नए सिरे से सरकार का गठन होगा, जिसके लिए दोपहर 12 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक होने वाली है और 1 बजे नई सरकार का गठन हो सकता है. बीजेपी विधायक दल की बैठक से पहले पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ चंडीगढ़ रवाना हो गए हैं. मनोहर लाल खट्टर की जगह हरियाणा में सीएम की रेस में प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी और संजय भाटिया आगे है.


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1 दिन पहले ही पीएम मोदी ने की थी खट्टर की तारीफ


द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने सोमवार को मनोहर लाल खट्टर की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था, 'दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे से जब द्वारका एक्सप्रेस-वे जुड़ेगा तो एक नए चैप्टर की शुरुआत होगी. इसमें हरियाणा सरकार और सीएम मनोहर लाल जी की तत्परता रही है. हरियाणा के विकास के लिए मनोहर लाल जी दिन-रात काम करते रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'मनोहर लाल जी मेरे बहुत पुराने साथी हैं. दरी पर सोने का जमाना था तब भी हम साथ थे. उस समय इनके पास एक मोटर साइकिल थी. हमलोग भ्रमण करते थे. उस वक्त रास्ते छोटे थे तो बहुत दिक्कत होती थी. आज हम भी साथ हैं और आपका विकास भी.'


जेजेपी के साथ बीजेपी का गठबंधन टूटना लगभग तय


सीएम खट्टर पर खतरा मंडराने के साथ ही बीजेपी और जेजेपी गठबंधन पर भी खतरा मंडराने लगा है. जननायक जनता पार्टी (JJP) के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, JJP के विधायक आज चंडीगढ़ में होने वाली मीटिंग में शामिल नहीं रहेंगे. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कल (11 मार्च) रात बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी. बीजेपी ने जेजेपी की डिमांड नहीं मानी है और जेजेपी एक रैली करके अपना रूख साफ करेगी, जो कल (13 मार्च) हिसार में हो सकती है.


जेजेपी नहीं होगी नई सरकार का हिस्सा?


हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ गठबंधन टूटना लगभग तय माना जा रहा है और हरियाणा की नई सरकार में जेजेपी शामिल नहीं होगी. दरअसल, बीजेपी और जेजेपी के बीच लोकसभा चुनाव के सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बन पाई है. हरियाणा में जेजेपी लोकसभा चुनाव के लिए 1 से 2 सीटों की मांग कर रही है, जबकि बीजेपी एक भी सीट नहीं देना चाहती है और सभी 10 सीटों पर लड़ना चाहती है.


हरियाणा विधानसभा का नंबर गेम


हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं और बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है. बीजेपी के 41 विधायक है और उसे बहुमत के लिए 5 और विधायकों की जरूरत होगी. हरियाणा में कांग्रेस के पास 30, जेजेपी के पास 10, हरियाणा लोकहित पार्टी के पास 1 और इंडियन नेशनल लोकदल के पास 1 विधायक हैं. इसके अलावा 6 निर्दलीय विधायक भी हैं.


नायब सिंह सैनी और संजय भाटिया का नाम सबसे आगे


मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद नई सरकार गठन में सीएम के लिए नायब सिंह और संजय भाटिया का नाम सबसे आगे हैं. बता दें कि नायब सिंह सैनी हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और OBC समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. नायब सिंह साल 2005 युवा मोर्चा BJP अंबाला के जिला अध्यक्ष बने. इसके बाद 2009 में BJP किसान मोर्चा हरियाणा के महामंत्री बने. 2012 में BJP अंबाला से जिला अध्यक्ष बने. 2014 में नारायण गढ़ विधानसभा से विधायक बने. 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बने और साल 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए.


वहीं, संजय भाटिया करनाल लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं और पानीपत के मॉडल टाउन के रहने वाले हैं. संजय भाटिया बीजेपी में संगठन का काम देख चुके हैं और हरियाणा के कई बोर्डों के सदस्य और अध्यक्ष रहे हैं. संजय भाटिया साल 1989 में ABVP के जिला महासचिव बने थे. इसके बाद 1998 में BJP युवा मोर्चा के राज्य महासचिव बने थे और 2019 के लोकसभा चुनाव में करनाल से सांसद चुने गए.