हाथरस: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras Case) में दलित लड़की के साथ हुई कथित सामूहिक बलात्कार की घटना की जांच तेजी से कर रही है. सीबीआई ने मंगलवार को पीड़ित के गांव पहुंचकर घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवार से पूछताछ की. इस दौरान सीबीआई ने पीड़िता के एक भाई और मां से पूछताछ की थी. अब सीबीआई ने पीड़िता के अन्य तीन भाइयों को समन भेजा है और उनसे पूछताछ करेगी.


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सीबीआई ने किया घटनास्थल का मुआयना
सीबीआई ने टीम ने मंगलवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ घटनास्थलल का बारीकी से मुआयना किया था. इसके बाद सीबीआई की टीम पीड़िता के गांव पहुंची और उस जगह का मुआयना किया, जहां पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया था. सीबीआई की टीम जांच के लिए पीड़िता के घर भी पहुंची थी और करीब आधे घंटे तक परिवार के लोगों से पूछताछ की.


इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जताई नाराजगी
सीबीआई जांच के बीच हाथरस गैंगरेप मामले की सुनवाई कर रहे इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) की लखनऊ बेंच ने आधी रात बिना परिवारवालों की इजाजत के पीड़ित लड़की के अंतिम संस्कार पर नाराजगी जाहिर की है. कोर्ट ने परिवारवालों की इजाजत के पीड़ित का अंतिम संस्कार किए जाने को मृतक पीड़ित और उसके परिवार के आधारभूत मानवाधिकारों का उल्लंघन माना है.


इसके साथ ही कोर्ट ने राज्य सरकार को पीड़ित लड़की के परिवार को पूरी सुरक्षा दने का निर्देश भी दिया है. 11 पेज के आदेश में कोर्ट ने सवाल किया कि क्या आधे घंटे के लिए परिवार को शव नही दिया जा सकता था? इसके अलावा कोर्ट ने मीडिया और राजनीतिक दलों से अनावश्यक बयानबाजी से बचने के लिए भी कहा है और सीबीआई को भी निर्देश दिया है कि जांच मीडिया से शेयर नहीं करें. हाईकोर्ट ने डीएम हाथरस, एडीजी और एलओ से हाईकोर्ट नाराजगी जाहिर की और 2 नवंबर को निलंबित एसपी विक्रांत वीर की पेशी के आदेश दिए हैं.