क्या दिल्ली की इन जगहों पर है भूत-प्रेत का साया ? दिन में भी जाने पर लगता है डर
Delhi Huanted Place: क्या भूत प्रेत होते हैं या सिर्फ वहम है. इसके पीछे तरह तरह के तर्क दिए जाते हैं लेकिन यहां पर दिल्ली के कुछ खास जगहों के बारे में बताएंगे जिसके बारे में लोगों की धारणा है कि यहां काली साया मंडराती रहती है.
वैसे तो कोई भी जगह खराब नहीं होती है हालांकि धारणाओं के हिसाब से हम खुद किसी भी चीज को अच्छा या बुरा मान लेते हैं. दिल्ली दर्शन करना यदि आप चाहें तो बहुत सी ऐसी जगहें हैं जो आप को तरोताजा कर देती हैं लेकिन कुछ ऐसी भी जगहें हैं जहां लोग रात तो छोड़िये दिन में भी जाने से डरते हैं. यहां पर हम उन्हीं जगहों के बारे में जिक्र करेंगे।
खूनी दरवाजा
इसे लाल दरवाजा भी कहते हैं. इस जगह के बारे में कहा जाता है कि यहां आप चीख-पुकार सुन सकते हैं. इसके पीछे की वजह क्या उसे लेकर तरह तरह की बातें सामने आती हैं. मसलन 1857 की क्रांति के समय अंग्रेज अधिकारी हडसन ने मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के तीन बेटों को गोली मार दी और शव को वहीं सड़ने के लिए छोड़ दिया. इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि ईरानी शासक नादिरशाह ने यहीं पर खून की होली खेली थी और उसकी वजह से आत्माएं भटकती रहती हैं. कहा जाता है कि यहां पर तापमान एकाएक कम हो जाता है और दीवारों पर कोई काली साया मंडराती रहती है.
फिरोज शाह कोटला
अगर आप रिंग रोड पर लाल किले की तरफ से सरायकाले खां आएं तो बाईं तरफ फिरोज शाह कोटला नजर आता है. इसके बारे में कहा जाता है कि असामान्य हरकतें दिखाई देती हैं जो बेहद डरावनी होती हैं. चुड़ै, प्रेत और जिन्न का साया है. स्थानीय लोग इस तरह के साए से बचने के लिए वहां जाकर प्रार्थना करते हैं और जिन्नों को खुश करने के लिए कुछ ना कुछ चढ़ाते हैं.
जमाली कमाली मस्जिद
दिल्ली के महरौली ऑर्कियोलॉजिकल पार्क में यह मस्जिद स्थित है. इसी में एक मकबरा है, मकबरे को भूतिया कहा जाता है. यहां आने वाले पर्यटकों के मुताबिक पैरों की थिरकन और आवाज सुनाई देती है. ऐसा लगता है कि कोई बगल से गुजर रहा होता है. यह सब क्यों होता है और उसके पीछे की वजह क्या है उसके बारे में जानकारी नहीं लेकिन जो लोग वहां पहले जा चुके हैं वो दोबारा जाने से कतराते हैं.
संजय वन
दिल्ली में यह एक घना जंगल है जिसके बारे में डरावनी कहानियां सुनाई और बताई जाती हैं. ऐसा लोग कहते हैं कि सफेद कपड़े में एक औरत इस जंगल में घूमती है. स्थानीय और इस जंगल में ट्रेकिंग करने वाले बताते हैं कि कई दफा उन लोगों को भी बहुत सी चीजें असामान्य लगीं. संजय वन में जिस तरह से पेड़ और वनस्पतियां बिखरी पड़ी हैं उन्हें देखकर ही डर लगने लगता है