Himanta Biswa Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में वो काफी गुस्से में नजर आए. उनके निशाने पर एक विशेष समुदाय था. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद एक विशेष समुदाय को लग रहा है कि, उन्हें गैरकानूनी हरकतें करने की छूट मिल गई है. हम आपको सबसे पहले उनका वो बयान सुनवाते हैं, उसके बाद बताएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा और किसके लिए कहा.


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हिमंता बिस्वा सरमा का इशारा मुस्लिम समुदाय पर है. उनका कहना है कि असम में पिछले 3 वर्षों से शांति रही. अब पिछले एक महीने के अंदर 5 गंभीर वारदात हुईं. हिमंता का कहना है कि राज्य का मुस्लिम समुदाय अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने 5 वारदात का जिक्र भी किया है.


- असम के मजबत में नाबालिग के साथ रेप हुआ था. इसमें 5 मुस्लिम आरोपी शामिल थे.
- दुधनोई में 2 नाबालिग के साथ रेप हुआ. पीड़ितों में से एक के भाई की हत्या कर दी गई. इस वारदात में 5 मुस्लिम आरोपी शामिल थे.
- ढेकियाजुली में 1 नाबालिग से रेप हुआ. इस वारदात में भी आरोपी मुस्लिम समुदाय से थे.
- इसके अलावा बारपेटा और कोकराझार में कुछ गांवों में हिंसा हुई, आरोप है कि मुस्लिम भीड़ ने गांव पर हमला किया था.


इन्हीं घटनाओं की वजह से हिमंता बिस्वा सरमा ने विशेष समुदाय का जिक्र किया था. अब उनके बयान को मुस्लिम विरोधी बताया जा रहा है. हिमंता बिस्वा सरमा के इस बयान को लोकसभा चुनाव में बीजेपी की कम हुई सीटों का गुस्सा बताया जा रहा है.