CISF: मंगलवार को केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए सीआईएसएफ की पहली महिला रिजर्व बटालियन बनाने को हरी झंडी दे दी है. सरकार ने अति विशिष्ट व्यक्तियों यानी वीआईपीज, हवाई अड्डों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर फोर्स की बढ़ती तैनाती को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में 1000 से ज्यादा कर्मियों वाली पहली महिला रिजर्व बटालियन को मंजूरी दी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फोर्स के प्रवक्ता ने बताया कि नई रिजर्व बटालियन की तैनाती के लिए जल्द भर्ती, ट्रेनिंग और जगह के चयन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. उन्होंने आगे बताया,'यह ट्रेनिंग विशेष रूप से एक विशिष्ट बटालियन तैयार करने के लिए शुरू की जा रही है. यह इकाई वीआईपी सुरक्षा के साथ-साथ हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो आदि की सुरक्षा में कमांडो के रूप में बहुविध भूमिका (Multiple Modes)  निभाने में सक्षम होगी.'



अधिकारियों ने बताया कि इसका गठन फोर्स के स्वीकृत पदों में से किया जाएगा. उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस सप्ताह एक मंजूरी आदेश जारी किया, जिसमें एक वरिष्ठ कमांडेंट रैंक अधिकारी के नेतृत्व में कुल 1,025 कर्मियों के साथ विशेष महिला रिजर्व इकाई को मंजूरी दी गई.फिलहाल सीआईएसएफ में करीब एक लाख 90 हजार नफरी है. इनमें करीब 7 प्रतिशत महिलाएं हैं. 


12 बटालियन वाली सीआईएसएफ में अभी तक एक भी महिला बटालियन नहीं है. गठित होने के बाद यह सीआईएसएफ की पहली महिला रिजर्व बटालियन होगी. उम्मीद की जा रही है कि अगले साल तक CISF को देश को अपनी पहली महिला बटालियन मिल जाएगी. 


केंद्र सरकार के इस कदम से सीआईएसएफ में महिलाओं में को अलग पहचान मिलेगी और महिला बटालियन के जुड़ने से देशभर की महत्वाकांक्षी महिलाओं को CISF में शामिल होने और देश की खिदमत करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. सीआईएसएफ के 53वें स्थापना दिवस के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि आने वाले दिनों में CISF के अंदर महिलाओं की तादाद 20 प्रतिशत करने पर जोर दिया जाएगा.