Exclusive: युवाओं को कैसे किया जाता है Terrorism में शामिल, एक आतंकी ने किया बड़ा खुलासा
Zee News आज एक आतंकी तक पहुंचा, जो पिछले महीने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुआ. आतंकी ने इस बात का खुलासा किया कि कैसे पाकिस्तान युवाओं को बरगला कर कश्मीर में आतंकी माहौल बिगाड़ने की साजिश रच रहा है.
श्रीनगर: 5 अगस्त 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में सुरक्षाबलों की गोलियां आतंकियों के सीने को लगातार छलनी कर रही है. धीरे-धीरे घाटी से आतंकियों का सफाया हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान में बैठ कर आतंक के आका कश्मीर में कायराना हरकत करने के बाज नहीं आ रहे. Zee News आज एक आतंकी तक पहुंचा, जिसने इस बात का खुलासा किया कि कैसे पाकिस्तान युवाओं को बरगला कर कश्मीर में आतंकी माहौल बिगाड़ने की साजिश रच रहा है.
आतंकी ने किए कई बड़े खुलासे
आतंकी ने खुलासा किया कि बाबर और सोहेल नाम के शख्स ने मुझे आतंक में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और जेहाद करने के लिए उकसाया था. इसके लिए 10 हजार रुपये और बंदूक दिया गया था. आतंकी ने कहा कि मेरा दिमाग खराब हो गया था, क्योंकि मेरे तीन बच्चे हैं और मेरा परिवार है. मेरी वजह से मेरा पूरा परिवार परेशान है और मुझे भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
यहां देखें आतंकी का पूरा इंटरव्यू
नई-नई साजिश कर रहे हैं आतंकी
जम्मू-कश्मीर में शांति पाकिस्तान और वहां बैठे आतंकियों को रास नहीं आ रही है. वो बेचैन हैं और एक बार फिर से रोज-ब-रोज कश्मीर घाटी में नई-नई साजिश कर रहे हैं. आतंकियों ने एक बार फिर दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में कुलगाम के सरपंच और बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी है. आतंकियों की कायराना करतूत से सरपंच रसूल गुलाम रसूल डार की पत्नी की भी मौत हो गई है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस हमले की निंदा की है. वहीं बीजेपी भी इस हमले का विरोध कर रही है.
पहले 370 और अब आतंक बनेगा इतिहास?
- पत्थरबाजी : जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद पत्थरबाजी की घटनाएं घाटी में कम हुईं.
- शरण : अब घाटी के लोग आतंकियों को शरण नहीं देते.
- आतंकी : कश्मीरी युवाओं की आतंकी बनने की संख्या घटी.
- मारे गए आतंकी: इस साल अब तक 103 आतंकी मारे जा चुके हैं.
- घुसपैठ : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ में भारी कमी आई है.
- अलगाववादी : जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की बोलती अब बंद हो गई.
कश्मीर में आतंकियों का 'काउंटडाउन'
महीना | मारे गए आतंकी |
जनवरी 2021 | 10 |
फरवरी 2021 | 9 |
मार्च 2021 | 11 |
अप्रैल 2021 | 15 |
मई 2021 | 14 |
जून 2021 | 13 |
जुलाई 2021 | 31 |
कुल | 103 |
अनुच्छेद 370 हटने के बाद घटे आतंकी हमले
अनुच्छेद 370 हटने से पहले साल 2018 में जम्मू-कश्मीर में 614 आतंकी हमले हुए थे, जबकि 91 जवान शहीद हुए थे. वहीं अनुच्छेद 370 हटने के बाद साल 2020 में आतंकी घटनाएं कम हुईं और 244 हमले हुए, जबकि इस दौरान 37 जवान शहीद हुए. इस साल 15 मार्च तक घाटी में 21 आतंकी हमले हुए, जिसम दो जवान शहीद हुए.