मुंबई में कुछ दिनों पहले एक डॉक्टर की मंगवाई गई आइसक्रीम में कटी उंगली निकली थी. इस घटना ने हर तरफ सनसनी मचा दी थी. यह आइसक्रीम पुणे जिले में एक डेयरी में बनी थी. उंगली कैसे आइसक्रीम में आई और किसकी थी, इसका खुलासा हो गया है. नाखून के साथ मांस का टुकड़ा मिलने के मामले में आइसक्रीम फैक्टरी के उस कर्मचारी की पहचान अब कर ली गई है. 


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डीएनए टेस्ट से हुआ खुलासा
मुंबई में आइसक्रीम में उंगली मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. डीएनए टेस्ट में यह पता चल गया है कि आइसक्रीम में मिली कटी उंगली किसकी थी. मुंबई के मलाड इलाके में एक आइसक्रीम कोन में मिले अंगुली के हिस्से के मामले में जांच के दौरान अहम खुलासा हुआ है.


किसकी है आइसक्रीम में उंगली?
अब DNA रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि यह उंगली पुणे की एक आइसक्रीम फैक्ट्री में काम करने वाले असिस्टेंट ऑपरेटर मैनेजर ओमकार पोटे (24) की थी. पुलिस उपायुक्त आनंद भोइते ने बताया कि DNA रिपोर्ट में साफ है कि आइसक्रीम में पाई गई उंगली ओमकार पोटे की थी.


पुणे के कर्मचारी की है उंगली
ओमकार पोटे पुणे में फॉर्च्यून कंपनी में असिस्टेंट ऑपरेटर मैनेजर है. 11 मई 2024 को आइसक्रीम पैक करते समय ओमकार पोटे के दाहिने हाथ की एक उंगली कट गई थी और उंगली का टुकड़ा पैकिंग के दौरान आइसक्रीम में चला गया था.


पुलिस ने जांच के लिए भेजी थी उंगली
पुलिस ने कर्मचारी के डीएनए सैंपल और उंगली के टुकड़े को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा था. मामले सामने आने के बाद मुंबई पुलिस ने फॉर्च्यून कंपनी के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि कंपनी के जिम्मेदार स्टाफ की गिरफ्तारी की जाएगी.


फैक्ट्री में कटी थी उंगली
ओमकार पोटे ने बीते अप्रैल में पुणे स्थित फॉर्च्यून डेयरी फैक्ट्री में असिस्टेंट ऑपरेटर मैनेजर के पद पर ज्वाइन किया था. 11 मई की सुबह पैकिंग डिपार्टमेंट में काम करते समय दुर्घटना में उसकी बीच वाली उंगली का ऊपरी हिस्सा कट गया था. इस घटना से फैक्ट्री में हड़कंप मच गया. फैक्ट्री के कर्मचारियों ने ओमकार की घायल उंगली का इलाज किया. हालांकि, उसकी कटी उंगली का टुकड़ा नहीं मिला था.


मुंबई में दर्ज हुआ था केस 
मुंबई के एक एमबीबीएस डॉक्टर ने 12 जून को ऑनलाइन ऑर्डर पर आइसक्रीम 'कोन' मंगाई थी, जिसमें नाखून के साथ मानव मांस का टुकड़ा मिला था. डॉक्टर की शिकायत के बाद, यम्मो आइसक्रीम कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और आइसक्रीम कोन में पाए गए मांस के टुकड़े को कलिना में फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा गया था.


इसके बाद पुलिस ने यम्मो ब्रांड के खिलाफ खाद्य पदार्थों में मिलावट और मानव जीवन को खतरे में डालने का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने उंगली को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया था. पुलिस ने कहा था कि खाद्य पदार्थ में शरीर के अंग की मौजूदगी से साजिश का संदेह पैदा होता है. फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है.


ऑनलाइन आइसक्रीम में मिली थी उंगली 
मुंबई के मलाड के रहने वाले ब्रैंडन फेराओ ने ऑनलाइन आइसक्रीम ऑर्डर की थी. भीषण गर्मी के बीच वह आइसक्रीम का लुत्फ उठा ही रहे थे कि अचानक उन्हें एहसास हुआ, कि कुछ तो गड़बड़ है. वह आधी से ज्यादा आइसक्रीम खा चुके थे, तभी उनको लगा कि उनके मुंह में कोई टुकड़ा सा आ गया. जैसे ही उन्होंने अपने मुंह से वो टुकड़ा निकाला, वह हैरान रह गए. वह टुकड़ा तो किसी की उंगली थी. ब्रैंडन फेराओ पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर हैं. वह तुरंत पहचान गए कि यह किसी का अंगूठा है. अंगूठे पर उनको नाखून और उंगलियों के निशान भी दिखाई दिए. उन्होंने सबसे पहले उंगली को बर्फ में रखा और फिर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तुरंत पुलिस स्टेशन पहुंचे.