Delhi Illegal Bangladeshis: दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में अवैध बांग्लादेशियों को भारतीय नागरिकता दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध बांग्लादेशियों को दिल्ली का वोटर बनाने का काम कर रहा था. इस मामले में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 5 बांग्लादेशी और 6 स्थानीय लोग शामिल हैं.


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फर्जी दस्तावेजों का जाल


गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी, और पासपोर्ट बरामद हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह वेबसाइट के जरिए फर्जी दस्तावेज तैयार करता था. एक बांग्लादेशी महिला के पास से दिल्ली का फर्जी वोटर आईडी कार्ड भी मिला है.


कैसे चलता था गिरोह का काम


बॉर्डर पार कर भारत में घुसपैठ: बांग्लादेशी नागरिक जंगल के रास्तों और एक्सप्रेस ट्रेन के जरिए बंगाल में प्रवेश करते थे.
नकली दस्तावेजों की तैयारी: बंगाल में इन्हें नकली आधार कार्ड मुहैया कराया जाता था.
दिल्ली में फर्जी प्रमाण पत्र: दिल्ली पहुंचने पर कंप्यूटर सेंटर के जरिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार किए जाते थे.
असली दस्तावेज बनवाना: फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के जरिए असली आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवा लिए जाते थे.


हत्या की जांच में हुआ खुलासा


इस गिरोह का भंडाफोड़ एक मर्डर केस की जांच के दौरान हुआ. मृतक बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी आधार कार्ड बनवाने का काम करता था. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि पैसे के लेन-देन और आपसी रंजिश के कारण उसकी हत्या की गई थी.


बांग्लादेश से दिल्ली तक फैला नेटवर्क


दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया कि यह नेटवर्क बांग्लादेश से ऑपरेट होता है. दिल्ली पुलिस ने 4 नकली वोटर कार्ड, 21 आधार कार्ड और 6 पैन कार्ड बरामद किए हैं. इस गिरोह के संचालन में बांग्लादेशी नागरिकों की संलिप्तता के पुख्ता सबूत मिले हैं.


दिल्ली पुलिस की कार्रवाई


दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों की पहचान के लिए एक विशेष अभियान चलाया है. अब तक 1,000 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशियों की पहचान की जा चुकी है. इस अभियान के तहत पुलिस ने गिरोह के मुख्य संचालक और अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है.


सवाल उठाती यह कार्रवाई


यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, लेकिन यह सियासी मुद्दा भी बन चुका है. सवाल उठता है कि दिल्ली पुलिस ने चुनाव के समय ही इस नेटवर्क पर कार्रवाई क्यों की? क्या यह कदम राजनीतिक दबाव में उठाया गया है?


अवैध घुसपैठ से सुरक्षा को खतरा


अवैध बांग्लादेशियों को नागरिकता देने का यह खेल देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. बॉर्डर पार कर आए ये लोग फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिक बन जाते हैं, जिससे न केवल सुरक्षा, बल्कि सामाजिक ताना-बाना भी प्रभावित होता है.