नई दिल्ली: दिल्ली-NCR के इलाकों में कोहरे और ठंड की मार पड़ने वाली है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले दो दिन दिल्ली (Delhi), पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana), चंडीगढ़ (Chandigarh) समेत उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई इलाकों में तेज बारिश (Rain) होने की संभावना है. इसी के चलते विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है.


तापमान में आएगी गिरावट


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. ऐसे में जारी अलर्ट के अनुसार, अगले दो दिनों में तापामन इससे भी नीचे जा सकता है. IMD के एक अधिकारी ने कहा कि नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस शुक्रवार से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करना शुरू करेगा. इसलिए दिल्ली के तापमान में गिरावट का अनुमान है. उन्होंने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण पश्चिमी हिमालय के ऊपरी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है. बर्फ से ढ़के पहाड़ों से सर्द, शुष्क हवाओं के आने से सोमवार तक तापमान चार डिग्री सेल्सियस पर पहुंच सकता है.


ये भी पढ़ें:- आत्मनिर्भर भारत का नेतृत्व सोनार बांग्ला को करना है, पढ़ें PM मोदी की 10 बड़ी बातें


एयर क्वालिटी में होगा सुधार


IMD के मुताबिक, तेज हवा चलने से शहर की एयर क्वालिटी (Air Quality) में सुधार का अनुमान है. आज दिल्ली में सुबह 9 बजे AQI 304 दर्ज किया गया था. जबकि बुधवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 283 , मंगलवार का 404, सोमवार का 372 और रविवार का 347 था. आपको बताते चलें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. इस महीने दिल्ली की एयर क्वालिटी छह बार ‘गंभीर’ श्रेणी में रही है.


ये भी पढ़ें:- 26 जनवरी पर दिल्ली को ब्लैकआउट कर सकते हैं खालिस्तानी आतंकी, अलर्ट पर पुलिस


रेड, ग्रीन, ऑरेंज और येलो अलर्ट क्या है?


मौसम विभाग चार तरह के अलर्ट जारी करता है. पहला Green Alert जिसका मतलब कोई खतरा नहीं. दूसरा Yellow Alert, इसका मतलब खतरे के प्रति सचेत रहें. यह अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है. तीसरा होता है Orange Alert, जिसमें खतरे की पूरी संभावना होती है. ये अलर्ट जारी होने पर लोगों को इधर-उधर जाने के प्रति सावधानी बरतने के लिये कहा जाता है. आखिरी होता है Red Alert, ये खतरनाक स्थिति का संकेत होता है. मौसम विभाग का कहना है कि ऐसे में मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने की आशंका होती है तो विभाग की ओर से रेड अलर्ट जारी कर दिया जाता है.


VIDEO-