India-Bangladesh Border Tension: पिछले कुछ दिनों से भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर तनाव की खबरें सुर्खियों में हैं. कोदालिया नदी पर बांग्लादेश के कब्जे का दावा और बॉर्डर पर BSF और बांग्लादेशी बॉर्डर गार्ड्स के बीच कहासुनी की खबरों ने माहौल को गर्म कर दिया. Zee News की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में इन दावों की सच्चाई की पड़ताल की गई.


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कोदालिया नदी पर कब्जे का दावा


बांग्लादेशी बॉर्डर गार्ड्स के एक अधिकारी का वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने कोदालिया नदी पर बांग्लादेश का दावा किया. लेकिन जब Zee News की टीम ने नादिया जिले के रणघाट गांव के बॉर्डर का दौरा किया, तो पाया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है. BSF की मुस्तैद तैनाती और स्थानीय लोगों की गवाही ने इन अफवाहों को खारिज कर दिया.


फेंसिंग न होने से घुसपैठ का खतरा


कोदालिया नदी के किनारे फेंसिंग नहीं है, जिससे इस क्षेत्र में घुसपैठ और तस्करी का खतरा हमेशा बना रहता है. BSF ने इस चुनौती से निपटने के लिए कई चौकियां बनाई हैं, जहां जवान 24 घंटे निगरानी रखते हैं. BSF के अधिकारी नीलोत्पल पांडे ने बताया कि सीमा पर हर स्थिति से निपटने के लिए BSF पूरी तरह तैयार है.


बांग्लादेश में एंटी-इंडिया प्रोपेगेंडा


बांग्लादेश में भारत विरोधी अफवाहें फैलाने का सिलसिला तेज हो गया है. कभी नदी पर कब्जे की बात होती है, तो कभी BSF और बांग्लादेशी गार्ड्स के बीच टकराव की. इन अफवाहों का मकसद भारत को उकसाना और बॉर्डर को विवादित क्षेत्र के रूप में दिखाना है.


यूनुस का 'कश्मीर प्लान'


इन अफवाहों के पीछे बांग्लादेश के नेता मोहम्मद यूनुस का हाथ बताया जा रहा है. यूनुस का मकसद भारत के खिलाफ एक और मोर्चा खोलना है. उनकी साजिश में तीन चरण शामिल हैं..


-कट्टरपंथियों को शह देकर नौजवानों का ब्रेनवॉश करना.
-पाकिस्तान से हथियार मंगवाकर आतंकियों को मुहैया कराना.
-ड्रग्स के व्यापार से फंडिंग जुटाना.


भारत की रणनीति और BSF की मुस्तैदी


भारत इन साजिशों को समझता है और संयम बरतते हुए सीमा की सुरक्षा पर जोर दे रहा है. BSF हर घुसपैठ और तस्करी की कोशिश को नाकाम कर रही है. भारत ने शेख हसीना का वीजा बढ़ाकर बांग्लादेश में लोकतंत्र को बनाए रखने की कोशिश की है, ताकि यूनुस की सरकार के पतन के बाद स्थिरता बनी रहे. भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर तनाव की खबरें भले ही फैलाई जा रही हों, लेकिन इनकी सच्चाई का पर्दाफाश हो चुका है. BSF की सतर्कता और भारत की रणनीति ने यह साफ कर दिया है कि किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा.