India Defense Exports: डिफेंस एक्सपोर्ट यानी रक्षा निर्यात में भारत ने लंब छलांग लगाई है. डिफेंस डील से जुड़े आंकड़ों की मानें तो भारत को रक्षा निर्यात के क्षेत्र में जबरदस्त कामयाबी मिली है. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि साल की दूसरी तिमाही में रक्षा उपकरणों एवं रक्षा क्षेत्र से जुड़ी वस्तुओं का निर्यात 77 प्रतिशत बढ़ गया है. 


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भारत के रक्षा निर्यात में जबरदस्त उछाल


भारत के रक्षा निर्यात में हाल के वर्षों में जबरदस्त उछाल देखा गया है, जिससे देश वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण हथियार सप्लायर बन गया है. रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में भारत का रक्षा निर्यात 77 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 11,233 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले साल की इसी अवधि में 6,342 करोड़ रुपये था.


100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरण निर्यात


इतना ही नहीं एक बड़ी उपलब्धि यह भी है कि हम 100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहे हैं. मंत्रालय का कहना है कि रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर भारत' के प्रति देश की प्रतिबद्धता हमें रक्षा उत्पादन में वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा रही है. 


इन प्वाइंट्स में समझें भारत की कामयाबी


-भारत का रक्षा निर्यात दूसरी तिमाही में 77 प्रतिशत बढ़कर 11,233 करोड़ रुपये तक पहुंचा.


-2014-15 में रक्षा निर्यात 1,941 करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में 21,083 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.


-100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरणों का निर्यात, वैश्विक स्तर पर मजबूत स्थिति.


-घरेलू रक्षा उत्पादन में 16.7 प्रतिशत की वृद्धि, कुल उत्पादन 1,26,887 करोड़ रुपये.


क्या कहते हैं आंकड़े


आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2024- 25 की दूसरी तिमाही में देश का रक्षा निर्यात 11,233 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. पिछले साल की इसी अवधि में भारत का रक्षा निर्यात केवल 6,342 करोड़ रुपये था. इस प्रकार इसमें 77 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है.


एक दशक में 10 गुना वृद्धि


इतना ही नहीं बीते 10 वर्षों का प्रदर्शन देखा जाए तो एक दशक में देश के रक्षा निर्यात में लगभग 10 गुना की वृद्धि हो चुकी है. मंत्रालय ने बताया कि 10 साल पहले 2014-15 में केवल 1,941 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरणों का निर्यात होता था. वित्त वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 21,083 करोड़ रुपये हो चुका है. भारत से रक्षा उपकरण खरीदने वालों करीब 100 देश शामिल हैं.


वित्तीय वर्ष 2023-24


रक्षा मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान स्वदेशी रक्षा उत्पादन में अब तक की सबसे बड़ी की बात कही है. देश में रक्षा उत्पादन बढ़कर रिकॉर्ड 1,26,887 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. रक्षा से संबंधित सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (डीपीएसयू), रक्षा सामग्रियों का उत्पादन करने वाले अन्य सार्वजनिक उपक्रमों और निजी कंपनियों से प्राप्त आंकड़ों में यह बात सामने आई है. 


भारत ने बनाया नया रिकॉर्ड


इसमें वित्त वर्ष 2022-23 1,08,684 करोड़ रुपये के रक्षा उत्पादन की तुलना में 16.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. मौजूदा वित्त वर्ष में यह एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर सकता है.


(एजेंसी इनपुट के साथ)