Border Intelligence Post will keep an eye on activities of Chinese PLA: पिछले करीब 3 साल से पूर्वी लद्दाख में आमने-सामने जमी भारत-चीन की सेनाओं के स्टैंड ऑफ के बीच नया डेवलपमेंट सामने आया है. भारत ने चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए बड़ा फैसला किया है. चीन की करतूतों पर 24 घंटे नजर रखने के लिए भारत अब बॉर्डर इंटेलिजेंस पोस्ट (BIP) स्थापित करने जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार ने अपनी मंजूरी दे दी है. यह कदम एलएसी के पास चीन की सैन्य तैयारी और हथियारों से जुड़ी गतिविधियों पर बारीक निगरानी रखने के लिए उठाया गया है. 


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टीमों को कई एजेंसियों का मिलेगा सहयोग


सूत्रों के मुताबिक BIP में शामिल खुफिया अधिकारी भारतीय सेना और ITBP के साथ मिलकर इस अभियान को अंजाम देंगे. इस टीम को 
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW), IB और नेशनल टेक्नीकल रिसर्च ऑर्गेनाइनाइजेशन (NTRO) का भी सहयोग मिलेगा. बॉर्डर पर इस खुफिया इकाई को स्थापित करने का मकसद घुसपैठ के जरिए यथास्थिति को बदलने की चीनी कोशिश और अतिक्रमण को रोकना भी है. 


PLA पर लगातार रखेगी नजर


मामले से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक यह टीम एलएसी के एरिया में चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) पर लगातार नजर रखेगी. उसके हथियारों और सैनिकों की संख्या में कोई भी असामान्य गतिविधि दिखते ही यह तुरंत सरकार और संबंधित एजेंसियों को रिपोर्ट करेगी, जिससे वक्त रहते दुश्मन के खिलाफ कदम उठाए जा सकें. 


हरेक टीम में 4-5 खुफिया अधिकारी


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बॉर्डर इंटेलिजेंस पोस्ट (BIP) को ITBP की सीमा चौकियों (BOPs) के पास बनाया जाएगा. इनमें से हरेक टीम में 4-5 खुफिया अधिकारी तैनात रहेंगे. सभी अधिकारी निगरानी के उपकरणों और खास ट्रेनिंग से लैस होंगे. उनका एकमात्र काम दुश्मन की गतिविधियों की टोह लेना और अपनी कमजोरियों का पता करके संबंधित एजेंसियों और सरकार को सूचित करना है. इन टीमों की सुरक्षा की जिम्मेदारी आईटीबीपी की होगी. 


भारतीय सेना तक पहुंचाएंगे इनपुट


अधिकारियों ने फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं दी है कि कुल कितनी BIP स्थापित की जा रही हैं या इसके लिए कितना बजट मंजूर किया गया है. हालांकि इस बात की पुष्टि जरूर की कि इन टीमों में सर्विलांस की स्पेशल ट्रेनिंग लिए हुए अफसरों को ही तैनात किया जाएगा. वे चीनी सेना की हर हरकत पर बारीकी से नजर रखेंगे और इसकी जानकारी भारतीय सेना तक पहुंचाते रहेंगे.