Team India World Champion: भारत ने फिलहाल साउथ अफ्रीका को हराकर टी20 वर्ल्ड कप जीत लिया है. टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल में टीम इंडिया आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म कर दिया है. रोहित शर्मा के धुरंधरों ने वो कर दिखाया जिसका इंतजार देश के करोड़ों क्रिकेट प्रेमी कर रहे थे. फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका से फाइनल मुकाबले में जबड़े से जीत छीन ली. 11 साल बाद भारत ने आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम की है. फाइनल में टीम इंडिया ने 7 रन से रोमांचक जीत दर्ज की. एक समय में ये मैच भारत के हाथ से फिसल रहा था लेकिन कई रोमांचक पल ऐसे आए जब मैच का रूख टीम इंडिया की तरफ मुड़ गया.


1. हेनरिक क्लासेन का आउट होना


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पहला रोमांचक पल उस समय आया जब जीत की तरफ बढ़ रही अफ्रीकी टीम को झटका लगा और क्लासेन आउट हो गए. 17वें ओवर में हेनरिक क्लासेन आउट हो गए. क्लासेन धुंआधार बैटिंग कर रहे थे और भारत की जीत के खिलाफ बड़ी दीवार बन कर उभरे थे. उनका विकेट लेकर हार्दिक पांड्या ने भारत की उम्मीदें जगा दी. क्लासेन 27 गेंद में 52 रन बनाकर आउट हुए हैं. 


2. बुमराह की धारदार गेंदबाजी, पलट गई बाजी


इसके बाद बुमराह ने 18 वें ओवर में सिर्फ चार रन दिए और एक विकट भी यानसन का झटका. जसप्रीत बुमराह ने यानसन को बोल्ड कर दिया. इस विकेट के गिरते ही भारत की जीत की उम्मीद फिर बढ़ गई. 18वें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने दक्षिण अफ्रीका को छठा झटका दे दिया था, ये उनका आखिरी ओवर भी था लेकिन वे अपनी उम्मीद पर खरे उतरे.


3. ...और फिर मिलर का वो कैच.. सूर्या ने किया चमत्कार


..आखिरी ओवर में अफ्रीकी टीम को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे. हार्दिक पांड्या के हाथ में गेंद थी. पहली ही गेंद पर सूर्यकुमार यादव ने डेविड मिलर का हैरतअंगेज कैच लपका. ये कैच नहीं मैच था.. मैच नहीं वर्ल्ड कप था. मिलर ने ऑफ स्टंप की लाइन में लो फुल टॉस गेंद को लांग ऑफ पर मारा था, सूर्या ने बायीं तरफ पहले हाथ लगाया और खुद बाउंड्री के बाहर जाते समय गेंद वापस उछाला और मैदान में अंदर और वापस आकर कैच लपक ले लिया.


असल में वर्ल्ड कप फाइनल में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 177 रनों का टारगेट दिया था. इसके जवाब में अफ्रीका की टीम 8 विकेट पर 169 रन ही बना सकी और खिताब गंवा दिया. मैच में अफ्रीका ने 12 रनों पर 2 विकेट गंवा दिए थे. इसको बाद क्विंटन डिकॉक और ट्रिस्टन स्टब्स ने 38 गेंदों पर 58 रनों की पार्टनरशिप कर टीम को संभाला. लेकिन फिर बुमराह, अर्शदीप और पांड्या ने ऐसी गेंदबाजी कर दिखाई, भारत विजेता बन गया.