Bullet Proof Armado Specifications: भारत के दुश्मनों की अब खैर नहीं है. भारतीय सेना (Indian Army) की ताकत को और बढ़ाने के लिए नए बुलेट प्रूफ आर्माडो (Bullet Proof Armado) को बेडे़ में शामिल किया गया है. बुलेट प्रूफ आर्माडो आतंक विरोधी अभियानो को और तेज करने में मदद करेगा. बता दें कि बुलेट प्रूफ आर्माडो के सेना में शामिल होने के बाद एंटी टेरर ऑपरेशन (Anti Terror Operation) के लिए सेना की ताकत कई गुना बढ़ चुकी है. जान लें कि इन बुलेट प्रूफ आर्माडो का पहला बैच राजौरी और पूंछ पहुंचा चुका है. सेना का ये नया हथियार देख आतंकियों के पसीने छूट रहे हैं.


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बुलेट प्रूफ आर्माडो आतंकियों से कैसे निपटेगा?


बता दें कि बुलेट प्रूफ आर्माडो, बख्तरबंद लाइट स्पेशलिस्ट वाहन (Armoured Light Specialist Vehicles) विशेष रूप से भारतीय सुरक्षाबलों के लिए बनाए गए हैं. बुलेट प्रूफ आर्माडो पहाड़ी और जंगल के इलाकों में आसानी से मूवमेंट करने में सक्षम हैं. साथ ही बुलेट प्रूफ होने के कारण आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों की ताकत इससे बढ़ेगी.


सेना को क्यों पड़ी बुलेट प्रूफ आर्माडो की जरूरत?


जान लें कि पिछले महीने 20 दिसंबर की देर शाम को राजौरी के थानामंडी इलाके में सेना ने आतंकी विरोधी ऑपरेशन चलाया था. इस दौरान 21 दिसंबर को सेना के दो वाहनों पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें सेना के चार जवान शहीद हो गए थे. इसके पहले नवंबर महीने में भी राजौरी के कलाकोट में सेना और आतंकियों के बीच में हुई मुठभेड़ में सेना के 5 जवान शहीद हो गए थे.


चुन-चुनकर मारे जाएंगे आतंकी?


गौरतलब है कि इन आतंक विरोधी अभियानों के दौरान सेना ने आतंकी 'कैरी' समेत कईं आतंकियों को ढेर किया. लेकिन अभी भी राजौरी और पुंछ के इलाकों में 25 से लेकर 30 आतंकी एक्टिव हैं. ऐसे में सुरक्षा बल तेजी से आतंक विरोधी अभियान चला रहे हैं. जहां एक तरफ आतंकी लगातार अपनी Modus Operandi में बदलाव कर रहे हैं. वहीं, सेना और अन्य सुरक्षा बल भी अपनी ताकत को बढ़ा रहे हैं, ताकि आतंक को जड़ से खत्म किया जाए. इसी कड़ी में सेना ने अपने बेड़े में बुलेट प्रूफ आर्माडो को शामिल किया है.