नई दिल्ली: कोरोना काल (Coronavirus Pandemic) में हर वर्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ है लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों की पढ़ाई का हुआ है. पिछले वर्ष से ही स्कूल बंद हैं, हालांकि ज्यादातर राज्यों ने बड़ी क्लासेज के लिए कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) के साथ स्कूल खोलने (School Reopen) की परमीशन दे दी है. राजधानी दिल्ली सहित ज्यादातर राज्यों में छोटे बच्चों के लिए स्कूल अभी भी बंद हैं. इस बीच एक सर्वे में पेरेंट्स की राय सामने आई है कि क्या वे आज के हालातों में बिना वैक्सीनेशन के बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं?


बिना वैक्सीनेशन के पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजेंगे?


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सरकार बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाने के प्लान पर तेजी से काम रही है. इसी दौरान छोटे बच्चों के स्कूल खोले जाने की योजना को लेकर पेरेंट्स के सामने लगातर चिंता बनी हुई है. 'पेरेंटिंग ब्रांड रैबिटैट' नामक संस्था द्वारा किए गए एक सर्वे में पता चल है कि 10 में से 9 माता-पिता अपने बच्चों के लिए वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. रैबिटैट ने बच्चों के वैक्सीनेशन के बारे में माता-पिता की राय जानी और सर्वे किया कि क्या माता-पिता अपने बच्चों को टीकाकरण के बिना स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं?


इतने पेरेंट्स वैक्सीनेशन के खिलाफ भी हैं


इस सर्वे में सामने आया कि ज्यादातर पेरेंट्स वैक्सीनेशन के पक्ष में थे. 10 में से सिर्फ 1 माता-पिता अपने बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं कराना चाहते. सर्वे में शामिल कुल पेरेंट्स में से 1.2% पेरेंट्स ने बच्चों के लिए टीकाकरण को जरूरी नहीं माना, 5.6% पेरेंट्स कन्फ्यूज थे और 93.2% पेरेंट्स ने माना कि वैक्सीनेशन बच्चों के लिए बेहद जरूरी है.


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कितने लोगों को कौन सी वैक्सीन पसंद?


यह पूछने पर कि वे किस कंपनी की वैक्सीन पसंद करते हैं, 57.4% ने कोविशील्ड, 22.2% ने कोवैक्सिन, 14.8% ने स्पुतनिक और 5.6% ने तीनों में से कोई भी वैक्सीन पसंद नहीं की. पेरेंट्स बच्चों के स्कूल खोलने को लेकर बेहद चिंतित नजर आए. सर्वे में पूछा गया कि क्या वे अपने बच्चों को बिना वैक्सीनेशन के स्कूल भेजेंगे? 89.7% माता-पिता अपने बच्चों को वैक्सीनेशन के बिना स्कूल नहीं भेजना चाहते जबकि 10.3 प्रतिशत ने कहा कि वे टीकाकरण के बिना भी बच्चों को स्कूल भेज सकते हैं.


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