International Nurses Day 2021: कोरोना से ठीक होकर फिर संक्रमितों की सेवा में जुटीं, परिवार वाले भी करते हैं सपोर्ट
नर्सिंग का शाब्दिक अर्थ चाहे जो हो लेकिन इस शब्द को सुनकर मन में सेवा और समर्पण का ही भाव आता है. नर्स को सिस्टर यूं ही नहीं कहा जाता.
जम्मू: नर्सिंग का शाब्दिक अर्थ चाहे जो हो लेकिन इस शब्द को सुनकर मन में सेवा और समर्पण का ही भाव आता है. नर्स को सिस्टर यूं ही नहीं कहा जाता. उन्हें कभी मां तो कभी बहन की तरह मरीज की सेवा करनी पड़ती है.
कोरोना संक्रमण होने पर जब अपने घर परिवार के लोग भी मरीज से दूर भागते हैं, ऐसे में अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ ही मरीजो की देखभाल करते हैं. जम्मू (Jammu) के श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल( SMGS) की कई नर्स (Nurse) ऐसी भी हैं,जो खुद कोविड संक्रमण से ठीक होने के बाद कोविड मरीजों की तीमारदारी का जिम्मा निभा रही हैं.
कोरोना से ठीक होकर फिर से सेवा में जुटीं
इनमें सबसे पहला नाम अस्पताल की कोविड वार्ड इंचार्ज सुपरवाइजर पवनजीत कौर का है. कोविड मरीजों की देखभाल करते हुए पवनजीत कौर 2 बार खुद कोविड से संक्रमित हो गईं. इसके बाद ठीक होकर वे फिर कोविड मरीजों की तीमारदारी में जुट गईं.
पवनजीत कौर के पति की मृत्यु हो चुकी है. उनके 2 बच्चे हैं. मरीजो की तीमारदारी करते करते कई बार उन्होंने बच्चो के लिए सुबह 4 बजे खाना बनाया. इंचार्ज होने के नाते अस्पताल से कई कई दिन घर नहीं गईं. बच्चों से मोबाइल पर बात होती रही लेकिन पवनजीत ने इन सब समस्याओं को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया.
अब घर के लोग भी करते हैं सपोर्ट
पवनजीत की तरह कोविड वार्ड की नर्स (Nurse) सोनिया शर्मा भी कोरोना संक्रमित हो चुकी हैं. इस बीमारी से ठीक होने के बाद उन्होंने खुद कहकर अपनी डयूटी कोविड वार्ड में लगवा ली. ड्यूटी के दौरान 12-13 घंटे PPE किट पहनने के बाद सोनिया को अपने घर भी जाना होता है. जहां उनके बच्चे, पति और सास ससुर से दूरी बनाकर रहना मुश्किल होता है. वहीं उनका परिवार भी सोनिया को सपोर्ट करता है.
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अपनी दोनों साथियो की तरह हरप्रीत कौर 2 बार संक्रमित होने के बाद ठीक होकर दोबारा से कोविड वार्ड की डयूटी पर आ गई हैं. बार बार संक्रमित हो कर भी कोविड ड्यूटी को प्राथमिकता देने वाले हरप्रीत कौर अपनी ड्यूटी से फुरसत पा कर जब भी घर जाती हैं तो वहां अपने परिवार से दूरी बनाकर रहती हैं. कोरोना की पहली लहर में तो परिवार के सब लोगों के लिए ऐसा करना मुश्किल था लेकिन अब सबको आदत पड़ गई है.
काम के दौरान मदद करें लोग
खिले चेहरों से मरीजों की सेवा में जुटी इन Frontline Health Care Workers की देश के सभी लोगो से अपील है कि इस कठिन समय मे लोग उनके काम की दुश्वारियां समझते हुए उनसे सहयोग करें.
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