CIA के लिए जासूसी करने के आरोप में ईरान ने `रक्षा मंत्रालय के ठेकेदार` को दी फांसी
अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी आईएसएनए ने शनिवार को यह जानकारी दी है.
तेहरान: ईरान ने सीआईए के लिए जासूसी करने के दोषी ‘रक्षा मंत्रालय के ठेकेदार’ को फांसी दे दी. अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी आईएसएनए ने शनिवार को बताया.
एजेंसी ने ईरानी सेना के हवाले से बताया कि रक्षा मंत्रालय के अंतरिक्ष संगठन के ठेकेदार जलाल हाजी जावर को फांसी की सजा दी गई है, जिन्होंने सीआईए और अमेरिकी सरकार के लिए जासूसी की थी. समाचार एजेंसी ने हालांकि इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी.
ईरान ने यूएई के शीर्ष दूत को किया तलब
ईरान ने तेहरान में नियुक्त संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शीर्ष राजनयिक को तलब किया है. दरअसल, यूएई ने अमेरिका को अपनी सरजमीं से एक ड्रोन विमान का इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी. सरकारी मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी.
गौरतलब है कि ईरान ने दावा किया था कि अमेरिकी ड्रोन ने उसके (ईरान के) हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है. ईरान ने यूएई के राजनयिक के समक्ष सख्त विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि ईरान अपनी सरजमीं में किसी विदेशी ताकत के इस तरह से घुसने को बर्दाश्त नहीं करेगा.
ईरान ने US को चेताया, कहा-किसी भी हमले के होंगे गंभीर परिणाम
तेहरान ने शनिवार को वॉशिंगटन को चेतावनी दी कि किसी भी तरह का हमला पश्चिम एशिया में उसके हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाएगा और इस क्षेत्र को युद्ध की आग में झोंक देगा. ईरान की यह चेतावनी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के इस खुलासे के बाद आई है जिसमें उन्होंने अंतिम क्षणों में हमले को रोकने की बात कही थी.
ईरान द्वारा अमेरिकी ड्रोन को मार गिराने के बाद जवाब में अमेरिका ने सैन्य की तैयारी की थी जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया.
गौरतलब है कि ड्रोन को मार गिराने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. कुछ दिनों पहले तेल टैंकरों पर हमले के बाद अमेरिका ने ईरान पर आरोप लगाया था.
सशस्त्र बल के जनरल स्टाफ के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबुलफज़ल शेकरची ने तसनीम समाचार एजेंसी से कहा,‘ईरान की तरफ एक भी गोली चली तो अमेरिका और उसके सहयोगियों के हितों को भारी नुकसान होगा.’उन्होंने कहा कि वर्तमान में, इस क्षेत्र में स्थिति ईरान के हक में है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका ईरान पर हमला करने के लिए तैयार था, लेकिन अंतिम समय पर योजना को वापस ले लिया गया क्योंकि यह ईरान द्वारा मानवरहित ड्रोन को गिराने के लिए ‘आनुपातिक’ जवाब नहीं होगा.
(इनपुट - भाषा)