खटमल-मच्छर के कारण खतरे में पड़ सकती हैं सैकड़ों जानें, इंडियन रेलवे के लोको पायलट ने दर्ज की शिकायत

रेलवे रनिंग रूम वो जगह होती है, जहां ट्रेन के ड्राइवर यानी लोको पायलट अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद आराम करते हैं. वहीं मच्छर और खटमल के कारण लोको पायलट अपनी नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं. इसको लेकर उन्होंने काफी शिकायत की है.

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Sep 8, 2024, 09:03 AM IST
  • परेशानी के कारण नहीं सो पा रहे लोको पायलट
  • खटमल-मच्छर के कारण नींद में आ रही बाधा
खटमल-मच्छर के कारण खतरे में पड़ सकती हैं सैकड़ों जानें, इंडियन रेलवे के लोको पायलट ने दर्ज की शिकायत

नई दिल्ली: रात में अच्छी खासी नींद आए और अचानक से मच्छर-खटमल आए जाए तो जाहिर है कि आप अब सोने से तो रहे. बता दें कि ये खटमल-मच्छर ट्रेनों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं. सुनने में थोड़ा अटपटा लगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल सच है. दरअसल रेलवे रनिंग रूम में रखी गई एक कंप्लेन बुक में इसको लेकर शिकायत दर्ज की गई है. 

खटमल-मच्छर से परेशान ड्राइवर 
रेलवे रनिंग रूम वो जगह होती है, जहां ट्रेन के ड्राइवर यानी लोको पायलट अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद आराम करते हैं. वहीं मच्छर और खटमल के कारण लोको पायलट अपनी नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं. इसको लेकर उन्होंने काफी शिकायत की है. मामले पर कार्रवाई करते हुए रेलवे बोर्ड ने अब सभी जोन को तुरंत इसका समाधान करने का आदेश दिया है. 

दर्ज की शिकायत 
बता दें कि 28 अगस्त को एक लोको पायलट और उनके असिस्टेंट ने उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के अजमेर डिवीजन में रनिंग रूम की कंप्लेन बुक में लिखा,' मैं कमरा नंबर 10 में खटमलों के कारण रात 12:30 बजे से जाग रहा हूं. पूरी तरह आराम न मिलने से मैं बेहद असहज महसूस कर रहा हूं. इससे ट्रेन ऑपरेशन को काफी नुकसान पहुंच सकता है. ' वहीं सुपरवाइजर ने अपनी कार्रवाई रिपोर्ट में लिखा कि 31 अगस्त 2024 को कीट नियंत्रण और चूहों को भगाने से जुड़ी सेवा को लेकर आदेश दे दिया गया था और इसका समाधान भी हो गया है. वहीं इससे पहले भी एक लोको पायलट ने इसी तरह का मुद्दा उठाया था और आरोप लगाया था कि उसकी पिछली शिकायत पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया था. 

शिकायत को लेकर हुई जांच 
सहायक लोको पायलट ने आगे लिखा,' खटमलों की परेशानी पहले भी थी और अब भी ये समस्या रनिंग रूम के रूम नंबर 15,16 या 17 में बन हुई है. अब तो चूहे भी एक समस्या बन गए हैं. रनिंग रूम में आराम करने के बदले हम पूरी रात जागते हैं. अगर हमें पूरी नींद नहीं मिल पाएगी तो हम अपना काम कैसे कर पाएंगे. वहीं सुपरवाइजर का कहना है कि उन्हें 21 जून के बाद से ऐसी कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने शिकायत पर की गई कार्रवाई कॉलम में लिखा,' हम समय-समय पर कीट नियंत्रण उपाय अपनाते रहते हैं.' उन्होंने कहा कि लोको पायलट की शिकायत के बाद समुचित जांच की गई है. 

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