Indian Missile Defense System:  फिलिस्तीन आतंकी संगठन हमास(Hamas) ने जिस तरह से इजरायल को निशाना बनाया उसके बाद कई सवाल उठ खड़े हो रहे हैं. दुनिया भर में इजरायल के खुफिया तंत्र मोसाद(Mosad) को बेहद पुख्ता माना जाता है. हमास के आतंकी हमले को क्या मोसाद की नाकामी मानी जाए या यूं कहा जाए कि खुफिया तंत्र बेहद पुख्ता क्यों ना हो आतंकी हमलों को रोक पाना मुमकिन नहीं है, इन सबके बीच चर्चा इस बात पर हो रही है जब हमास ने पांच हजार रॉकेट दागे तो इजरायल के आयरन डोम ने किस तरह हिफाजत की. बता दें आयरन डोम, मिसाइल डिफेंस सिस्टम है जो किसी तरह के रॉकेट हमलों के बारे में पहले ही जानकारी दे देता है. इन सबके बीच यहां पर हम समझने की कोशिश करेंगे कि अगर भारत के खिलाफ इस तरह का हमला हुआ तो हमारे पास किस तरह का रक्षा कवच है.


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आयरन डोम

इजरायल चारों तरफ से दुश्मन देश से घिरा हुआ है. इजरायल के खिलाफ मिसाइल अटैक की संभावना भी अधिक है जो हमास के हमले में देखा भी गया है, इजरायल ने अपनी हिफाजत के लिए अपनी सीमाओं पर सुरक्षा कवच(iron dome) को तैनात कर रखा है. जब कोई दुश्मन मुल्क या संगठन मिसाइल के जरिए इजरायल को निशाना बनाने की कोशिश करते हैं तो ये खुद ब खुद सक्रिय हो जाते हैं और दुश्मन के मिसाइल को हवा में ही मार गिराते हैं. ताजा मामले में हमास की तरफ से जितनी तादाद में रॉकेट हमले किए गए उनमें से ज्यादातर नाकाम हो गए. जानकारों का कहना है कि अगर आयरन डोम ना रहा होता तो बस आप तबाही की कल्पना कर सकते थे.


एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम
इन सबके बीच हम भारतीय डिफेंस सिस्टम को समझने की कोशिश करेंगे. भारत के पास वैसे तो आयरन डोम जैसी व्यवस्था नहीं है लेकिन मजबूत मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. रूस ने भारत को एस 400 मिसाइल सिस्टम दिया है इस सिस्टम के जरिए दुश्मन देश के किसी भी मिसाइल को भारत हवा में ही मार गिरा सकता है. इसमें रडार सिस्टम हमेशा एक्टिव मोड में रहता है. इसका अर्थ यह है कि जब दुश्मन देश की तरफ से मिसाइल को भारत की तरफ दागी जाएगी यह एक्टिवेट हो जाएगा. एस 400 (s 400 radar system)का रडार तुरंत ही उसे पकड़ लेगा और तबाह कर देगा.