Amit Shah Bihar Rally: जेडीयू (JDU) को टाटा बोलते ही उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने नीतीश कुमार की पार्टी में बड़ी टूट  के संकेत दे दिए हैं. मंगलवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुशवाहा ने कहा, 'जेडीयू में टूट होने वाली है. जेडीयू के कई MLA और MLC हमारे संपर्क में हैं. आने वाले दिनों में बहुत कुछ होने जा रहा है.' उन्होंने ये भी कहा कि जेडीयू के कई लोग बुरी तरह से बेचैन हैं और वो क्या करने जा रहे हैं इसका खुलासा बहुत जल्द हो जाएगा. समय आने दीजिए.


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बिहार की पॉलिटिक्स का इपिसेंटर कौन?


बिहार की पॉलिटिक्स में फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) से ज्यादा चर्चा राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) की हो रही है. कुशवाहा से मिलने वालों का तांता लगा हुआ है. इसलिए कहा जा रहा है कि बिहार की सियासत के नए पोस्टर बॉय और सियासी भूचाल का इपिसेंटर बीते कुछ दिनों से उपेंद्र कुशवाहा ही बने हुए हैं. 


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की मुलाकात के मायने


इस बीच बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने भी कुशवाहा के घर जाकर उनसे मुलाकात की है. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी आलाकमान से आए निर्देश के बाद जायसवाल ने कुशवाहा से औपचाकित मुलाकात की है. हालांकि इसके पहले से ही ये अटकलें लगाई जा रही थी कि बीजेपी और उपेंद्र कुशवाहा के बीच कनेक्शन फिट हो चुका है. शायद इसी वजह से सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के सभी पदों से इस्तीफा देकर नीतीश कुमार से उचित दूरी बनाते हुए अपनी नई पार्टी का गठन कर दिया. इसके 24 घंटे के भीतर बीते मंगलवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का उपेंद्र कुशवाहा से मिलना बिहार में बदलती राजनीति की फिजा बयान करने के लिए काफी है. 


बीजेपी के लिए जेडीयू का विकल्प बनेगी RLJD?


कुशवाहा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद दिन दो बातों की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. उनमें पहली ये कि जेडीयू में कितनी बड़ी टूट होने जा रही है? दूसरी ये कि नई पार्टी बनाने वाले कुशवाहा जिन्होंने पूरे बिहार की यात्रा पर निकलने का ऐलान किया है क्या वो 25 फरवरी को वाल्मीकि नगर में होने जा रही गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की रैली में शामिल होंगे? दरअसल यह तय हो चुका है कि शाह की इस रैली से बीजेपी बिहार में अगले साल 2024 के लोकसभा चुनाव का शंखनाद करने जा रही है तो क्या इस रैली कुशवाहा शामिल होंगे. यानी सीधे शब्दों में कहें तो क्या कुशवाहा की पार्टी बिहार में बीजेपी के लिए जेडीयू का मजबूत और भरोसेमंद विकल्प बनने जा रही है. 


जेडीयू में होगी कितनी बड़ी टूट?


आपको बताते चलें कि टूट के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने ये भी कहा कि जेडीयू में बचा ही क्या है? जेडीयू एक खाली मकान की तरह है. वहां क्या है कि जो अब टूटेगा? उस पार्टी में अब कुछ नहीं बचा है. भविष्य में नीतीश कुमार के साथ फिर से जाने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राजनीतिक तौर पर अब वह नीतीश कुमार के साथ नहीं जा सकते लेकिन जरूरत पड़ी तो नीतीश कुमार को वो खून भी दे सकते हैं. वह नीतीश कुमार के सामने सबसे पहले खड़े रहेंगे.


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