नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) की रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा 14 अप्रैल तक लागू किए गए लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान काम ना होने की वजह से कई बार दिहाड़ी मजदूरों और गरीब लोगों के सामने खाने जैसी समस्या है. ऐसे में दिल्ली के हर इलाके में भूखे और जरुरतमंद को खाना मिल सके, इसके लिए 'इस्कॉन फूड फॉर लाइफ' की तरफ से हर दिन 2 लाख से ज्यादा लोगों को खाना खिलाया जा रहा है.


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इस्कॉन फूड फॉर लाइफ का किचन भारत का सबसे बड़ा किचन है. जहां रोजाना 2 लाख से ज्यादा के लिए भोजन बन रहा है. ये एक ऐसी रसोई जहां राजनीति से ऊपर उठकर केंद्र से लेकर दिल्ली सरकार तक सभी इस्कॉन की मदद कर रहे हैं. इस्कॉन के किचन में एमसीडी, दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस, सिविल डिफेंस और इस्कॉन के कुल 1 हजार लोग मिलकर साथ में काम कर रहे हैं.


खाना बनाने में एंटी कोरोना तत्व जैसे जावित्री, लौंग, तेजपत्ता, दालचीनी और अदरक का प्रयोग हो रहा है. इस्कॉन के किचन में सुबह और शाम दो वक्त खाना बन रहा है. खाना बनाते समय सोशल डिस्टेंस मेनटेन रखने के लिए 5 जगहों पर खाना बनाया जा रहा है.


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गौरतलब है कि खाना सप्लाई करने के लिए 300 ई-रिक्शों का उपयोग किया जा रहा है. इन सभी ई-रिक्शों में जीपीएस लगा है, जिससे कि उसके लोकेशन की जानकारी लगातार ली जा सके.


इस्कॉन फूड फॉर लाइफ के हेड पीयूष गोयल ने ज़ी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा, "जैसे ही कोरोना की वजह से लॉकडाउन हुआ तो गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का फोन आया और उन्होंने कहा कि इस्कॉन का उद्देश्य है कि पूरे विश्व में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए. फिर हमने लोगों के लिए खाना बनाना शुरु किया. यहां के डीएम से भी कॉर्डिनेट किया. इसके बाद डीएम साहब के अलावा नोडल ऑफिसर भी हमारी मदद कर रहे हैं."


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उन्होंने आगे कहा, "सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करने के लिए हमारे हर सेंटर पर सरकार के भी 4 लोग हैं जो इस पर नजर रखते हैं. इसके अलावा सरकार के लोग खाने की क्वालिटी भी जांचते रहते हैं. सरकार की तरफ से जो हंगर हेल्प लाइन नंबर जारी किए गए हैं. उसके माध्यम से हमें सरकार के लोग बताते हैं कि इस एरिया में 500 लोग या दूसरी किसी जगह 700 लोग भूखे हैं."