लेबनान की तरफ से दागे गए रॉकेटों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाने के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं. एक बयान के अनुसार, इजरायली सेना ने कहा कि वह वर्तमान में गाजा पट्टी पर हमला कर रही है. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा पट्टी के क्षेत्र में रात 11.15 बजे तीन विस्फोटों की आवाज सुनी गई.


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एक फिलिस्तीनी सिक्योरिटी सोर्स ने कहा कि हमलों में हमास के ट्रेनिंग वाले कई जगहों को निशाना बनाया गया है. एएफपी के मुताबिक, पहले हमले के आधे घंटे बाद और हमले किए गए. साथ ही इलाके के ऊपर विमानों की गर्जना सुनी गई.


दरअसल, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कसम खाई थी कि लेबनान की तरफ से दागे गए रॉकेटों के बाद इजरायल के दुश्मनों को उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. यहूदी अवकाश पर इजरायल पर 34 रॉकेट दागे गए. जानकारी के मुताबिक, इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच 2006 में हुए युद्ध के बाद यह पहली बार है जब इतने रॉकेट दागे गए हों.


इजरायली सेना ने रॉकेट हमलों के लिए फिलिस्तीनी समूहों को जिम्मेदार ठहराया. एक बयान में, सेना ने कहा कि 34 रॉकेट लेबनानी क्षेत्र से इजरायली में दागे गए. सेना के मुताबिक इनमें से 25 रॉकेटों को हवा में ही मार गिराया गया. वहीं, पांच रॉकेट जमीन पर लैंड में सफल रहे. हालांकि, किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.


पत्रकारों से बात करते हुए, इजरायली सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने कहा, 'हम जानते हैं कि यह फिलिस्तीन से किया गया हमला है. यह हमास भी हो सकता है, यह इस्लामिक जिहाद हो सकता है, हम अभी भी साफ तौर पर नहीं बता सकते, लेकिन इतना साफ है कि ये हिज़्बुल्लाह नहीं था.'


उन्होंने कहा, 'हम मानते हैं कि हिजबुल्ला को इसके बारे में जानकारी थी. लेबनान की भी कुछ जिम्मेदारी है. हम यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या इसमें ईरान शामिल था.' हालांकि, लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने रॉकेट हमले के बाद कहा कि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है. साथ ही मिकाती ने कहा कि उन्होंने स्थिति को अस्थिर करने वाले अभियानों को अंजाम देने के लिए अपने क्षेत्र के इस्तेमाल का अधिकार किसी को भी नहीं दिया है.