Israel-Hamas War: भारत की ये कंपनी बनाती है इजरायल पुलिस की वर्दी, अब क्यों किया नया ऑर्डर लेने से इनकार
Israel-Hamas War News: यह कंपनी 2006 में शुरू हुई थी और इसे दुनिया भर के विभिन्न देशों के सेना के जवानों, पुलिस कर्मियों, सुरक्षा अधिकारियों और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों की वर्दी बनाने में माहिर माना जाता है.
Kerala News: इजरायल पुलिस के लिए वर्दी बनाने और इसकी आपूर्ति करने वाली केरल के कन्नूर जिले की एक प्राइवेट कंपनी ने शुक्रवार को फिलिस्तीन के अस्पतालों पर कथित बमबारी के मद्देनजर नए ऑर्डर पर अस्थायी रोक लगाने की घोषणा की.
'मैरीन अपैरल प्राइवेट लिमिटेड' के अध्यक्ष थॉमस ओलिकल ने कहा कि कंपनी ने फैसला किया है कि जब तक गाजा में युद्ध बंद नहीं हो जाता तब तक वह इजराइल पुलिस बल से कोई नया ऑर्डर नहीं लेंगे. कंपनी इजराइल पुलिस बल की हल्के नीले, लंबी आस्तीन वाली वर्दी शर्ट बनाती है.
2015 से इजरायल पुलिस की वर्दी बना रही है कंपनी
पीटीआई के मुताबिक ओलिकल ने एक वीडियो मैसेज में कहा, ‘हम 2015 से इजरायल पुलिस के लिए वर्दी बना रहे हैं. हमास के हमले, नागरिकों की हत्या को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसी तरह, इजरायल द्वारा बदला भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है. 25 लाख से अधिक लोगों को भोजन और पानी से वंचित करना, अस्पतालों पर बमबारी करना, निर्दोष महिलाओं और बच्चों की हत्या करना बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता. हम चाहते हैं कि युद्ध समाप्त हो और शांति बनी रहे.’
ओलिकल ने कहा कि उनकी कंपनी अंतरराष्ट्रीय समझौते के अनुसार मौजूदा अनुबंधों का सम्मान करेगी लेकिन युद्ध समाप्त होने तक कोई भी नया ऑर्डर स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा, ‘हम सभी से युद्ध रोकने का अनुरोध करते हैं. हमारे फैसले से इजरायली सेना को वर्दी की कमी नहीं होगी. लेकिन यह एक नैतिक निर्णय है. अस्पतालों पर बमबारी स्वीकार नहीं की जा सकती... हमने अस्थायी रूप से आगे के आदेश नहीं लेने का फैसला किया है.’
2006 में शुरू हुई थी कंपनी
राज्य संचालित किन्फ़्रा पार्क में लॉन्च यह कंपनी 2006 में शुरू हुई थी और इसे दुनिया भर के विभिन्न देशों के सेना के जवानों, पुलिस कर्मियों, सुरक्षा अधिकारियों और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों की वर्दी बनाने में माहिर माना जाता है.
कंपनी स्कूल की वर्दी, सुपरमार्केट कर्मचारियों के लिए ड्रेस, डॉक्टरों के कोट, कवरऑल, कॉर्पोरेट परिधान आदि की भी सप्लाई करती है.
कन्नूर में कंपनी स्थापना स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी, जो वहां पारंपरिक 'बीड़ी' क्षेत्र की गिरावट के कारण बेरोजगार हो गए थे. ओलिकल ने पहले कहा था कि इज़राइल पुलिस ने यह जानने के बाद उनकी कंपनी से संपर्क किया था कि वे वर्दी बनाने में विशेषज्ञता रखते हैं.
(इनपुट - एजंसी)