RLV Vehicle 'Pushpak' Landing Experiment: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को चित्रदुर्ग में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में 'पुष्पक' नामक रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल (RLV) LEX 02 लैंडिंग एक्सपेरिमेंट को कामयाबी के साथ पूरा किया. परीक्षण सुबह 7.10 बजे आयोजित किया गया था.

 

यह RLV का तीसरा लैंडिंग मिशन था. रॉकेट का नाम रामायण में वर्णित 'पुष्पक विमान' से लिया गया है, जिसे धन के देवता का वाहन माना जाता है.

 

हेलीकॉप्टर द्वारा ऊंचाई तक ले जाया गया

लॉन्च व्हीकल को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा लगभग 4.5 किमी की ऊंचाई तक ले जाया गया और पूर्व निर्धारित पिलबॉक्स पैरामीटर को हासिल करने के बाद छोड़ा गया.

 


 

सरो के अनुसार, यह मिशन 'स्पेस तक कम लागत में पहुंच को मुमकिन बनाने के लिए पूरी तरह से रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल के लिए जरूरी टेक्नॉलोजी को डेवलप करने' की कोशिश का हिस्सा है.

 

‘भारत का साहसिक प्रयास’

एनडीटीवी के मुताबिक, इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, 'पुष्पक लॉन्च व्हीकल स्पेस तक पहुंच को सबसे किफायती बनाने का भारत का साहसिक प्रयास है.' उन्होंने कहा, 'यह भारत के भविष्य का रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल है, जहां सबसे महंगा हिस्सा, ऊपरी चरण, जिसमें सभी महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स हैं, को सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर रीयूजेबल बनाया जाता है'

 


 

सोमनाथ ने कहा, 'बाद में, यह कक्षा में सैटेलाइट में ईंधन भरने या नवीनीकरण के लिए सैटेलाइट को कक्षा से वापस लाने का काम भी कर सकता है. भारत अंतरिक्ष मलबे को कम करना चाहता है और पुष्पक भी उसी दिशा में एक कदम है.'

 

Photo: ISRO