Bharat Jodo Yatra: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर ‘‘अवांछित और अनुचित’’ तरीके से निशाना साधने की निंदा की. भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी को यह स्वीकार करना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा बनाये गये बेहतर माहौल की वजह से ही वह श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा सके. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह मोदी का निर्णायक नेतृत्व है जिसने अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, जिससे घाटी में शांति का माहौल बनाया और अब स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराया जा रहा है.


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भाजपा प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एक बयान में कहा, ‘‘राहुल गांधी लाल चौक पर गर्व के साथ तिरंगा फहरा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने कश्मीर में ऐसा माहौल बना दिया है कि हर भारतीय वहां गर्व के साथ तिरंगा फहरा सकता है. राहुल गांधी को तिरंगा फहराने के लिए मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए.’’


कश्मीर में कांग्रेस द्वारा आतंकवाद से निपटने को लेकर कटाक्ष करते हुए प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के 10 साल के शासन में और आमतौर पर कांग्रेस के शासनकाल में क्या हुआ, लोगों को पता है. उन्होंने कहा कि घाटी में शांति लौटने से पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है.


पूर्व विधि मंत्री ने कहा, ‘‘वास्तव में दुखद बात यह है कि इस तथाकथित यात्रा के 3,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने के बाद भी आरएसएस और भाजपा के बारे में गांधी का दृष्टिकोण वैसा ही है क्योंकि उन्होंने निराधार आक्षेप किये. यह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ नहीं है, बल्कि भाजपा सरकार और विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ एक राजनीतिक अभियान है.’’


उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बिंदु गांधी को यह स्वीकार करने की जरूरत है कि श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए उनके लिए बेहतर परिस्थितियां किसने बनाईं. प्रसाद ने कहा कि गांधी ने फिर से कुछ बेबुनियाद आरोप लगाए. गांधी ने आरएसएस और भाजपा पर देश में विभाजन और नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि सोमवार को समाप्त होने वाली उनकी यात्रा का उद्देश्य एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रदान करना है.


गांधी ने रविवार को अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तहत श्रीनगर में लाल चौक के ऐतिहासिक घंटाघर पर कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया. प्रसाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को याद दिलाया कि उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू, आरएसएस के बारे में‘‘अपशब्द’’ कहते रहे, लेकिन यह अपने सहयोगी संगठनों के साथ मजबूत होता चला गया जबकि विपक्षी दल पिछड़ रहा है.


इस बीच, भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने जम्मू में कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है, जिन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाकर घाटी में स्थिति को ‘‘सामान्य’’ किया.


रैना ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया और वह प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के कारण ऐसा कर पाए, जिन्होंने अनुच्छेद 370 (2019 में) को निरस्त करके अलगाववाद और आतंकवाद को करारा जवाब दिया था और राष्ट्रवादी ताकतों को मजबूत कर क्षेत्र में शांति का मार्ग प्रशस्त किया था.’’


उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले सात दशकों में ज्यादातर समय देश पर शासन किया, लेकिन इसके किसी भी नेता ने लाल चौक पर ‘‘तिरंगा फहराने’’ की हिम्मत नहीं की थी. उन्होंने कहा कि मोदी ने भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के साथ उसी स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था जब 1990 में आतंकवाद अपने चरम पर था.


भाजपा नेता ने कहा, ‘‘मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों से आज कश्मीर में शांति का माहौल लौट आया है . गांधी लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहरा सके हैं, जो उनकी पार्टी का कोई भी नेता पिछले 70 वर्षों में नहीं कर सका था.’’ जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल के हाल के उस बयान का जिक्र करते हुए कि गांधी लाल चौक पर तिरंगा नहीं फहराएंगे क्योंकि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एजेंडा है और गांधी लाल चौक के बजाय पार्टी मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, रैना ने कहा, ‘‘चलो देर से ही सही, कांग्रेस ने आरएसएस के राष्ट्रवादी एजेंडे पर काम करना शुरू कर दिया है... हम गांधी और उनकी पार्टी के नेताओं से कहना चाहते हैं कि वे आरएसएस के सदस्यों से सीखें, जिनके दिल में राष्ट्रवादी भावना है और वे देश के लिए काम करते हैं.’’


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(एजेंसी इनपुट के साथ)