नई दिल्ली : क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान में नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण में शामिल होकर वापस आ गए हैं, लेकिन पाकिस्तान से वह अपने साथ कई विवाद लेकर आए हैं. सिद्धू के पाकिस्तान दौरे पर तमाम विपक्षी दल तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं, वहीं खुद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी कई मामलों में सिद्धू से नाराजगी व्यक्त की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि कल शनिवार को इमरान खान ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में भारत से कई लोगों को न्योता भेजा गया था, लेकिन समारोह में शामिल हुए केवल पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू. 


पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा समारोह में पहुंचने के साथ ही पहली पंक्ति में गए जहां सिद्धू अन्य अतिथियों के साथ बैठे थे. सिद्धू उस पंक्ति में पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान की बगल में बैठे थे. जनरल बाजवा नवजोस सिंह सिद्धू से गले मिले और दोनों ने संक्षिप्त बातचीत की. दोनों मुस्कुरा रहे थे. बातचीत के दौरान दोनों ने फिर से एक-दूसरे को गले लगाया.



इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इमरान खान के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए सिद्धू अपने निजी संबंधों के कारण गए थे. इमरान खान उनके मित्र हैं, इसलिए वह वहां गए थे. इसका पार्टी या सरकार से कोई लेना-देना नहीं हैं. पीओके राष्ट्रपति के साथ बैठने के सवाल पर कैप्टन ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान के साथ वह इसलिए बैठे, कि शायद उन्हें पता नहीं था कि वहां कौन-कौन बैठा है. 


पाकिस्तान से लौटकर बोले सिद्धू- 'पूरी उम्र जो नहीं मिला वह 2 दिन में मिला है'


लेकिन पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने को उन्होंने गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि सीमा पर रोजाना हमारे जवान शहीद हो रहे हैं और यह सब पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के इशारों पर हो रहा है. ऐसे में उन्हें सेना प्रमुख को गले नहीं लगाना चाहिए था. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वह (सिद्धू) ये कहते हैं कि वे जनरल बाजवा को नहीं जानते तो, वाजवा की वर्दी पर उनकी नेम प्लेट लगी हुई थी. 


पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष बाजवा ने मुझे गले लगाया और कहा, हम शांति चाहते हैं: नवजोत सिंह सिद्धू


बीजेपी ने जताया ऐतराज
​पाकिस्तान सेना प्रमुख को गले लगाने पर बीजेपी समेत कई दलों ने सिद्धू को आड़े हाथों लिया है. हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि सिद्धू ने ऐसे समय में धूमधाम से हुए शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया जब देश शोक मना रहा है. 


बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को संवाददाता सम्मेलन बुलाना चाहिए और बताना चाहिए कि क्या वह सिद्धू की हरकत का समर्थन करते हैं. अगर नहीं, तो वह क्या कार्रवाई कर रहे हैं? क्या वह सिद्धू के स्वदेश लौटने से पहले उन्हें तुरंत निलंबित करेंगे? देश को स्पष्ट जवाब चाहिए.


साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से यह जवाब मांगा कि क्या उनकी पार्टी ने पंजाब के मंत्री को शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की मंजूरी दी थी. पात्रा ने कहा कि सिद्धू कैसे बाजवा के कारण निर्दोष नागरिकों और जवानों की मौत को भूल सकते हैं.