Jahangirpuri Violence Latest Update: दिल्ली के भलस्वा इलाके से 12 जनवरी 2023 को पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों ने बड़ा खुलासा किया है. संदिग्ध आतंकियों ने पूछताछ में बताया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का खास मोहरा हैदर उनका हैंडलर था. पकड़ा गया संदिग्ध आतंकी नौशाद लगातार हैदर के संपर्क में बना हुआ था. जबकि जगजीत सिंह को उसने प्लान में अपने साथ मिला रखा था.  


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कतर से 6 लाख रुपये मिलने का आरोप


स्पेशल सेल (Delhi Police) के मुताबिक हैदर के इशारे पर ही नौशाद ने पूरी प्लानिंग की थी. इसके बदले में दोनों संदिग्धों को टास्क पूरा करने पर बड़ी रकम देने का वादा किया गया था. ये पैसे हवाला के जरिए आने थे. इनमें से कुल 6 लाख रुपये कतर से आ चुके थे, जो बाद में संदिग्ध आतंकियों तक पहुंचा दिए गए थे. साथ ही बड़े टारगेट के लिए उन्हें सीमा पार से हथियार भी मिलने थे. 


पिछले साल जुलाई में हुए थे भीषण दंगे


दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के सूत्रों के मुताबिक जुलाई 2022 में जहांगीरपुरी में दंगे (Jahangirpuri Violence) हुए थे. इसके बाद से वहां रहने वाले संदिग्धों पर पुलिस की नजर थी. जिसके चलते मुखबिर की सूचना पर 12 जनवरी को दोनों आरोपियों को दबोच लिया गया. संदिग्धों की पहचान दिल्ली के जहांगीरपुरी निवासी नौशाद (56) और उत्तराखंड के उधम सिंह नगर निवासी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (29) और  के रूप में हुई थी. पुलिस के मुताबिक दोनों संदिग्धों के पास से हथियार और हथगोले भी बरामद किए गए थे. 


टारगेट किलिंग की साजिश रचने का आरोप


स्पेशल सेल (Delhi Police) का दावा है कि दोनो संदिग्ध जहांगीरपुरी इलाके एक फ्लैट में काफी दिनों से रुके हुए थे और टारगेट किलिंग की साजिश रच रहे थे. उन्होंने पाकिस्तानी हैंडलर के कहने पर जहांगीरपुरी इलाके में एक व्यक्ति की गला रेतकर हत्या कर दी थी और उसके शव को कई टुकड़ों में काटकर भलस्वा डेयरी क्षेत्र में फेंक दिया था. आरोपियों के मोबाइल फोन से कई आपत्तिजनक चैट बरामद हुई. दोनों आरोपियों को पाकिस्तान के आतंकी संगठन हरकत उल अंसार के साथ उनके संबंधों के आरोप में अरेस्ट किया गया. 


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