श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के निकट सेना के एक गश्ती दल पर गुरुवार (7 जून) को आतंकियों ने हमला किया जिसमें दो सैनिक घायल हो गए. रक्षा प्रवक्ता ने यहां बताया, ‘‘केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास बाड़ से थोड़ा पहले आतंकियों ने गश्त कर रहे जवानों पर गोलीबारी की.’’ उन्होंने बताया कि गोलीबारी में दो जवान घायल हुए हैं. जवानों ने जवाबी गोलीबारी की. अंतिम रिपोर्ट आने तक अभियान जारी था. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सुरक्षा हालात का जायजा लेने राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आए हुए हैं. वह 8 जून की सुबह कुपवाड़ा जिले का दौरा करेंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इससे पहले बीते 6 जून को सेना ने जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तीन आतंकवादियों को मार गिराने के साथ ही घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सैनिकों ने कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद घुसपैठियों को ललकारा. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए.


आतंकवादी संघर्षविराम को नुकसान पहुंचाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं : महबूबा
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बीते 6 जीन को कहा था कि केंद्र द्वारा एकतरफा संघर्षविराम के ऐलान से राज्य के लोगों को बड़ी राहत मिली थी, लेकिन आतंकवादी हिंसा जारी रखकर प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. केंद्र ने पिछले महीने सुरक्षा बलों से कहा था कि रमजान के पवित्र महीने में अभियान जारी नहीं रखें .


महबूबा ने ट्वीट किया, ‘हम देखते हैं कि जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए संघर्ष विराम काफी राहत लेकर आया है, लेकिन लगता है कि आतंकवादी अपनी हिंसक गतिविधियों को जारी रख रहे हैं और प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि उन्हें अपनी करतूतों की निरर्थकता का जल्द अहसास हो जाएगा.’


कश्मीर में सेना के शिविर पर आतंकवादियों ने फेंके हथगोले
एक अन्य घटनाक्रम में उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा जिले के हज्जन थाने के पास स्थित सेना के एक शिविर पर 5 जून की रात आतंकवादियों ने हथगोले फेंके थे. पुलिस के मुताबिक आतंकवादियों ने रात करीब साढे आठ बजे सेना की 30 राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर पर अंडरबैरल ग्रेनेड लांचर के जरिये हथगोले फेंके. आतंकवादियों ने दो तरफ से थाने से सटे शिविर पर हथगोले फेंके. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि हमले का ‘‘असरदार तरीके से’’ जवाब दिया गया. यह आत्मघाती हमला नहीं था.