बारामूला पुलिस ने एक आतंकी भर्ती मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है. पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘क्रेरी क्षेत्र में आतंकवादी हलचल के एक विशिष्ट इनपुट पर, एसओजी क्रेरी, 29 आरआर और 52 आरआर द्वारा चक टैपर में एक संयुक्त नाका स्थापित किया गया था.


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नाका चकेंगी के दौरान चक टप्पर से क्रेरी की ओर पैदल आ रहे तीन व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधि देखी गई. पुलिस पार्टी और सुरक्षाबलों को देखकर इन व्यक्तियों ने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन सतर्क नाका पार्टी ने चतुराई से उन्हें पकड़ लिया.


प्रारंभिक पूछताछ में उनकी पहचान बारामूला निवासी लतीफ अहमद डार और शौकत अहमद लोन और बारामूला की महिला इशरत रसूल के रूप में हुई. तलाशी के दौरान उनके पास से 3 हैंड ग्रेनेड और 30 एके-47 जिंदा राउंड मिले.


आरोपी अन्य युवाओं को आतंकी संगठन से जोड़ने वाले थे
प्रवक्ता ने कहा, ‘तीनों व्यक्ति लश्कर-ए-तैयबा संगठन के साथ काम कर रहे थे और उन्होंने क्रेरी के सामान्य क्षेत्र में चार युवाओं की पहचान की थी जिन्हें भविष्य में उन्हें आतंकवादी संगठनों में सक्रिय करने वाले थे.’


तीन व्यक्ति क्रेरी क्षेत्र में भर्ती मॉड्यूल के मास्टरमाइंड थे और सक्रिय आतंकवादियों उमर लोन और विदेशी आतंकी उस्मान के संपर्क में भी थे.


सुरक्षा बलों ने लगाया IED का पता
इस बीच सुरक्षा बलों ने श्रीनगर बारामूला रोड पर विस्फोटक संभावित IED का समय पर पता लगाकर एक और बड़ी त्रासदी को टाल दिया.


पुलिस प्रवक्ता ने कहा, 'उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले के हंजीवेरा पट्टन इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने एक संदिग्ध पदार्थ का पता लगाया.’


अधिकारी ने कहा कि सेना की 29आरआर पट्टन पुलिस, एसएसबी की एक संयुक्त टीम ने हांजीवेरा पट्टन में श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक संदिग्ध बैग, संभवतः IED का पता लगाया. उन्होंने बताया कि संदिग्ध वस्तु का पता चलने के तुरंत बाद यातायात रोक दिया गया और लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई, हालांकि बम निरोधक दस्ते को घटनास्थल पर भेजा गया.


एक अधिकारी ने कहा कि बीडीएस ने बिना कोई नुकसान पहुंचाए संदिग्ध वस्तु को नष्ट कर दिया और बाद में यातायात बहाल कर दिया गया.


श्रीनगर-बारामूला राजमार्ग पर पिछले 48 घंटों में सुरक्षाबलों द्वारा नष्ट की गई यह दूसरी IED है.