Jammu Kashmir News: उमर अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 हटने के फैसले के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई को लेकर खुशी जाहिर की. साथ ही उमर ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि केंद्र सरकार का जवाब पढ़कर पता चला कि उन्होंने मेरी हवुमत में शुरू हुए पावर प्रोजेक्ट्स भी 370 से जोड़ दिए, ये सरासर गलत है. अगर वो कहते हैं कि जम्मू कश्मीर में 370 हटने के बाद तरक्की हुई है तो सरकार यह भी बताए कि जिन-जिन इलाकों में आतंकवाद नहीं था वहां भी आज आतंकवाद पहुंच चुका है. पूंछ और राजौरी में कितने लोग शहीद हो गए.


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जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को लेकर उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि आज जब उपराज्यपाल को किसी जगह से गुजरना होता है तो इतना बड़ा काफिला होता है जितना शायद प्रधानमंत्री का भी ना होता हो. उमर अब्दुल्लाह ने केंद्र सरकार पर कई सवाल उठाते हुए कहा कि G 20 के दौरान सुरक्षा का ब्योरा भी केंद्र को सुप्रीम कोर्ट में देना चाहिए था. क्यों उस समय कश्मीर की आम जनता को घरों में बंद कर दिया गया.


साथ ही महंगाई को क्यों सरकार कंट्रोल नहीं कर पाई ये जवाब भी सरकार को देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई का दिल से स्वागत करता हूं. केंद्र सरकार के एफिडेविट पर सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा वो बिलकुल सही है और मुझे भी उसी की उम्मीद थी. सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा है day to day basis पे hearing होगी, उससे हमें काफी उम्मीद जगी है. सुप्रीम कोर्ट में जो सुनवाई चलेगी वो सोशल मीडिया पर आधारित ना होकर तथ्य पर आधारित होगी.


मुझे सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर पूरा विश्वास है और जो भी आज सुप्रीम कोर्ट में हुआ है उसपर सवाल उठाने का कोई मुद्दा मुझे नजर नहीं आता. परिवारवाद पर बोलते हुए उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि हम कभी छुपाते नहीं कि हम एक परिवार से हैं, क्या बड़ी कंपनियां अपने बच्चों को कहीं ना कहीं एडजस्ट नहीं करतीं. जरूर दिल्ली में डेमोक्रेसी है लेकिन जम्मू-कश्मीर में डेमोक्रेसी नहीं है. 


उमर अदबुल्लाह ने कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान जिसमें उन्होंने एनसी और पीडीपी पे आरोप लगाया था कि उनकी वजह से जम्मू कश्मीर में अशांति रही. शाह के बयान पर जवाब देते हुए उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि हमारा कसूर है.. हम मानते हैं.. लेकिन जो 2014 के बाद मौतें हुई उसका जिम्मेदार कोन है. इसकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. पुलवामा में कितने लोग शहीद हुए, कितने कश्मीरी पंडित मारे गए. कितने गरीब लोग मारे गए. उसका जिम्मेदार कोन है. क्या एलजी साहब, डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी या आर्मी कमांडर.. कौन है इनमें से जिम्मेदार?


उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि चुनाव करवा दीजिए, लोकसभा चुनावों के साथ विधानसभा चुनाव भी करवा दीजिए और उसमें जो भी नतीजा आएगा वो मुझे स्वीकार होगा. लेकिन मुझे विश्वास है कि विधानसभा चुनावों में बीजेपी 10 सीटें भी नहीं जीत पाएगी.


(एजेंसी इनपुट के साथ)