Who is Nalin Prabhat: 2024 लोकसभा चुनावों के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का इंतजार हो रहा था.. इस बीच पाकिस्तान ने जम्मू में आतंकवाद का नया फ्रंट खोलने की कोशिश की है. पर श्रीनगर से आई नई खबर ये है कि जम्मू-कश्मीर और खासकर जम्मू में आतंकियों के दिन अब गिनती के ही बचे हैं. कश्मीर में वो कौन आ रहा है जिसकी चर्चा आज चुनाव से भी ज्यादा हो रही है.


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जम्मू कश्मीर में आ रहा टाइगर


जम्मू-कश्मीर में टाइगर आ रहा है..और ये सीमा पार से आ रहे टेरर के लिये बहुत बुरी खबर है. आतंकवादियों को डरानेवाली इस खबर का नाम है. IPS नलिन प्रभात, जो भारत की काउंटर टेररिज्म यूनिट नेशनल सिक्योरिटी गार्ड यानी NSG के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं.  NSG के कमांडोज घाटी और जम्मू में आतंकियों का एनकाउंटर कर रहे हैं. उनकी ताकत को अच्छी तरह से जानने और समझने वाले नलिन प्रभात एक अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर के डीजीपी बन रहे हैं.


नलिन प्रभात बनने जा रहे डीजीपी


जम्मू-कश्मीर में अगले महीने होनेवाले चुनाव से पहले आतंकवाद पर रोक लगाने की जरूरत है. यहां एंटी टेरर ऑपरेशन में सेना से लेकर एनएसजी, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस भी शामिल होती है. 1 अक्टूबर को डीजीपी बनने से पहले नलिन प्रभात जम्मू-कश्मीर का SDGP बनाया गया है. नलिन प्रभात इस नई जिम्मेदारी से पहले अप्रैल 2024 में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के डायरेक्टर जनरल थे.


वे साल 2022 से 2024 तक सीआरपीएफ के एडीजी रहे. इससे पहले वो आंध्र प्रदेश की एंटी नक्सल पुलिस फोर्स ग्रेहाउंड्स के चीफ रह चुके हैं.साल 2008 में जम्मू-कश्मीर में चार आतंकियों के एनकाउंटर के बाद उनको राष्ट्रपति मेडल से सम्मानित किया गया था. अपनी नई पारी में नलिन प्रभात को जम्मू-कश्मीर में आतंक मुक्त चुनाव करवाने की जिम्मेदारी मिली है.


NSG की संभाल चुके हैं कमान


जम्मू कश्मीर के नए स्पेशल डीजीपी का कार्यभार संभाल चुके नलिन प्रभात ने कहा, 'जो लोग हैं, जो जनता है, जो बच्चे हैं..नौजवान हैं.. हर कोई चाहता है अमन रहे, शांति रहे. अगर जनता ये चाहती है और आप जनता को चैलेंज करेंगे कुछ गलत काम करके या माहौल को खराब करके तो कौन है आपके साथ. कोई नहीं है. तो ये लोग(आतंकवादी) खत्म हो चुके हैं.'


IPS नलिन प्रभात को देश के भीतर और बाहर के आतंकियों से लड़ने का अनुभव है. वो जम्मू-कश्मीर की चुनौतियों से वाकिफ हैं. इसका असर वहां चल रहे एंटी टेरर ऑपरेशन में दिखाई दे सकता है. नलिन पहले एनएसजी से जुड़े थे. इसलिये ये भी संभव है कि आनेवाले दिनों में जम्मू और घाटी में पहले से ज्यादा एनएसजी कमांडोज आतंक के खिलाफ युद्ध में शामिल हों. 


प्रदेश में 19 काउंटर टेरर यूनिट्स तैयार


पिछले कुछ दिनों में जम्मू में आतंकवाद को रोकने के लिये 19 काउंटर टेरर यूनिट्स तैयार हुई हैं. इन सबका टारगेट है घाटी की तरह जम्मू से आतंकवाद का सफाया. जम्मू-कश्मीर में आने वाले दिनों में आतंकवाद का क्या होगा. कबतक इस टेरर का अंत होगा. फिलहाल जम्मू-कश्मीर में आतंकी और उसके सपोर्टर दोनों ही खत्म हो रहे हैं..और आने वाले दिनों में टेरर का आखिरी चैप्टर शुरु होने वाला है. 


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