कमलनाथ ने 8 जनवरी को सुबह 9.34 मिनट पर एक्स पर पोस्ट कर मीडिया में छपी खबर को गलत बताया. उन्होंने लिखा कांग्रेस की मजबूती के लिए और प्रदेश की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हम सब कांग्रेसजन एक हैं.
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Kamalnath X Post for Media: कमलनाथ ने 8 जनवरी को सुबह 9.34 मिनट पर एक्स पर पोस्ट कर मीडिया में छपी खबर को गलत बताया. उन्होंने लिखा कांग्रेस की मजबूती के लिए और प्रदेश की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हम सब कांग्रेसजन एक हैं. विवाद का कोई प्रश्न नहीं है. पिछले दिनों हुई प्रदेश की राजनैतिक मामलों की समिति की बैठक को लेकर मीडिया में नाराज़गी के जो कयास लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं. इसपर कई लोगों ने मजेदार कमेट किए. डीपी पर तिरंगा लगाए एक यूजर ने सलाह दी कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए आपको ही कमान संभालने की आवश्यकता है. पटवारी जी का अलग ही अलाप चल रहा है.
अभ्यंक नाम के एक यूजर ने लिखा मध्यप्रदेश में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए आपको और @digvijaya_28 जी को कमान संभालने की आवश्यकता है. कांग्रेस पार्टी के जितने पुराने नेता हैं आज वो चुप हैं क्योंकि जो नेतृत्व कर रहे हैं उनका अलग ही अलाप चल रहा है.
देवेश का कहना है आप सन्यास ले लो अब कमलनाथ जी, तीर्थ यात्रा पर जाओ भजन करो और मध्य प्रदेश में राजनीति अब युवाओं को सौंप दो.
क्या है मामला
मीडिया में खबरें आईं कि कांग्रेस की एक मीटिंग में पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा आजकल पार्टी में ऐसा चल रहा है कि नियुक्तियों में मुझसे पूछा तक नहीं जाता. मुझे बैठकों तक की सूचना नहीं दी जाती. मीडिया से पता चलता है कि कांग्रेस की बैठक थी. कमलनाथ को दिग्विजय सिंह का भी सपोर्ट मिला. साथ ही सासंसद रह चुकी मीनाक्षी नटराजन का भा साथ मिला. दिग्गी ने कहा मैं कमलनाथ जी की बात से सहमत हूं, जैसे आज की मीटिंग का 6 बजकर 31 मिनट पर एजेंड़ा मिला है, मैं मोबाइल से मीटिंग में जुड़ा हूं. बताया गया कि ये सब सुनकर ऑनलाइन बैठक में शामिल नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मीचिंग छोड़ दी
वहीं एक और यूजर ने अपना गुस्सा दिखाते हुए लिखा है कमलनाथ जी जब प्रदेश में कांग्रेस का बंटाधार करके आप बीजेपी की चौखट पर सिर टेकने गए थे तब PCC की याद नहीं आयी. आपकी वजह से न सिर्फ
एमपी में कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई बल्कि सिंधिया जैसे नेता से भी हाथ धोना पड़ा. कांग्रेस आप जैसे नेताओं से जितना जल्दी छुटकारा पाए उतना बेहतर.
नरेंद्र कुमार ने लिखा जब आग सुलगेगी तो धुँवा तो उठेगा ही, निराधार कुछ नहीं होता है सब का कुछ ना कुछ आधार होता हैं.