श्रीनगर: पाकिस्तान समर्थित आतंकियो का ग्रुप लगातार लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के जरिए जम्मू से होते हुए घाटी में घुसने की प्लानिंग बना रहे हैं और इसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) भी सीमा पार करने में लगातार उनकी मदद कर रही है. पिछले महीने उरी में भी आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी और सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) करेगी.


गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी का खुलासा


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पिछले महीने उरी में घुसपैठ (Uri Infiltration) को विफल करते हुए भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तानी आतंकी अली बाबर (Pakistan Terrorist Ali Bahar) को पकड़ा था, जिससे लगातार पूछताछ की जा रही है. बाबर अली ने पूछताछ में बताया है कि उसे घुसपैठ के लिए पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) से मदद मिली थी.


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बर्फबारी से पहले घुसपैठ की साजिश


आईएसआई (ISI) बर्फबारी से पहले सीमा पर से आतंकियों की कश्मीर में बड़े पैमाने पर घुसपैठ कराने की साजिश कर रही है और LoC से सटे रास्तों में बर्फबारी से पहले आतंकियो की घुसपैठ की कोशिशों में इजाफा हो सकता है. बर्फ गिरने की वजह से घुसपैठ के रास्ते कई महीनों तक के लिए बंद हो जाते हैं, इसलिए आईएसआई जल्द प्लान को अंजाम देना चाहती है.


सेना और बीएसएफ की कड़ी निगरानी


खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक एलओसी (LoC) से सटे लॉन्च पैड पर 200 से 250 आतंकियों के मौजूदगी की जानकारी है. इसके बाद सेना और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्ट के अलावा आईबी (IB) अलर्ट पर है और कड़ी निगरानी रख रही है.


पिछले महीने 6 आतंकियों ने की थी घाटी में घुसने की कोशिश


सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 6 आतंकियों के एक ग्रुप ने पिछले महीने जम्मू के नेशनल हाईवे के जरिए घाटी में घुसने की कोशिश की थी. आतंकियो का एक ग्रुप लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के जरिए जम्मू से होते हुए घाटी में घुसने की प्लानिंग बनाई थी. इसके बाद सेना की काउंटर इंफलिट्रेशन और काउंटर टेरर की एक टुकड़ी आतंकियों की खोजबीन के लिए राजौरी और पुंछ में सर्च ऑपरेशन में लगाई गई थी. ये हो सकता है कि आतंकी लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) को पार कर दोबारा पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में दाखिल हो गए हों.


पिछले महीने सेना के 9 जवान हुए थे शहीद


11 अक्टूबर को आतंकियों के साथ सेना की मुठभेड़ हुई थी, जिसमे पुंछ के डेरा की गली में 5 जवान आतंकियों के हमले में शहीद हो गए थे. इसके 3 दिन बाद मेंढर में 4 जवान आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. उरी में घुसपैठ कर रहे आतंकियो के एक ग्रुप को सेना ने एनकाउंटर में मार दिया था और घुसपैठ कर रहे एक पाकिस्तानी आतंकी को पकड़ा था, जिससे ये खुलासा हुआ था कि घुसपैठ के लिए पाकिस्तान सेना मदद कर रही है.


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